रायपुर। राजधानी के गुढ़ियारी इलाके की एक नाबालिग को पांच दिनों पहले, दो दोस्तों के साथ मिलकर हवस का शिकार बनाने वाले युवक को पुलिस ने धर दबोचा है। इन तीनों हवस के अंधों ने जान से मारने की धमकी देकर नाबालिग की अस्मत लूट ली थी। इसके बाद उसे उसके घर में छोड़कर फरार हेा गए थे। घटना से डरी सहमी युवती ने चार दिनों बाद अपनी बुआ को आपबीती सुनाई थी, जिसके बाद मामला दर्ज कराया गया।
चलती कार में नाबालिग को तीन हैवानों ने 17 नवंबर को अपनी हवस का शिकार बनाया था। किशोरी ने डर की वजह से परिजनों को जानकारी नहीं दी थी। इस मामले में उसका करीबी दोस्त हिमांशु गुप्ता मुख्य आरोपी था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी राजधानी के अटारी गांव में छिपा हुआ था।
दोस्तों को खुश करने बनाई योजना
इस मामले में जो बातें सामने आई है, उसके मुताबिक हिमांशु और पीड़िता के बीच गहरी दोस्ती थी। हिमांशु ने इस बात का गलत फायदा उठाया और दोस्तों को खुश करने के लिए उसने योजनाबद्ध तरीके से नाबालिग को कार में घुमाने का झांसा दिया। 17 नवंबर को वह सुबह कार लेकर पहुंचा, जिसमें उसके दो और दोस्त पहले से ही मौजूद थे। इसके बाद जैसे ही किशोरी कार में बैठी, हवस के अंधों ने उससे छेड़छाड़ शुरू कर दी। इसके बाद उसके लाख मना करने के बावजूद तीनों को उस पर रहम नहीं आई। तीनों ने बारी-बारी चलती कार में उसकी अस्मत लूटी और फिर उसे उसके घर छोड़कर भाग निकले।