गांव के भीतर जंगली मादा भालू ने बच्चें को दिया जन्म, भालू के बच्चें को देखने लगी ग्रामीणों की भींड
भालू के बच्चें को देखने लगी भींड को काबू करने में वन विभाग के अधिकारियों को करना पडा मशक्कत,देर रात तक अधिकारी कर्मचारी कर रहे है पहरादारी
तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग सात किलोमीटर दुर ग्राम गिरहोला गांव के भीतर खाली पडे मकान में जंगली मादा भालू ने पहुचकर एक स्वस्थ्य बच्चें को जन्म दिया है।
आज मंगलवार सुबह गांव के कुछ बच्चेें खेलते खेलते सुने मकान के पास पहुचे तो जंगली मादा भालू जंगल की तरफ भाग गया लेकिन उसके नवजात शावक को सुने मकान में छोड दिया जिसकी जानकारी बच्चों ने गांव के लोगो को दिया ग्रामीणों को जैसे ही पता चला कि गांव के पहाडी किनारे सुने मकान में एक जंगली मादा भालू ने बच्चें को जन्म दिया है, भालू के बच्चे को देखने के लिए ग्रामीणों की भींड उमड पडी इसकी जानकारी मैनपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी अनिल कुमार साहू को दिया गया तो तत्काल वन परिक्षेत्र अधिकारी वन कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुचकर ग्रामीणों के भीड को वहा से हटने की अपील की, साथ ही वन विभाग को भींड को हटाने में भारी मशक्कत करते देखा गया।इस सबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर अनिल कुमार साहू ने बताया कि ग्रामीणों के माध्यम से जैसे ही आज मंगलवार दोपहर को एक मादा भालू को बच्चें को जन्म देने की जानकारी मिली वे स्वंय वन अमला के साथ मौके पर पहुचकर देर रात से ग्राम गिरहोला में उपस्थित है उन्होने बताया कि गांव के पहाडी किनारे एक इंदिरा आवास का निर्माण किया गया है, इस इदिंरा आवास में कोई भी निवासरत नही है, मकान सुनसान खाली पडा है, और पहाडी से लगा हुआ है, जंहा बीते रात को जंगल के मादा भालू ने शावक को जन्म दिया है, और यहा शावक पुरी तरह स्वस्थ्य है,उन्होने बताया कि वन विभाग ग्रामीणेां की भींड को वहा से हटा दिया है साथ ही उम्मीद किया जा रहा है कि देर रात तक मादा भालू अपने शावक को लेने पहुचेगी इसलिए दुर से निगरानी किया जा रहा है क्योंकि भालू के बच्चें को सुरक्षित रखना हमारा पहला जिम्मेदारी है और सभी ग्रामीण सहयोग भी कर रहे है।