बलरामपुर। प्रदेश में हाथियों का तांडव लगातार जारी है, तो हाथियों के मौत का क्रम भी बदस्तुर जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक तमोर पिंगला अभ्यारण्य से 38 हाथियों का दल वाड्रफनगर क्षेत्र में पहुंचा हुआ है। इनमें से 21 हाथियों के दल ने ग्राम पंचायत ककनेसा में आतंक मचाया है। भोजन की तलाश में गांव में घुसे हाथियों के दल ने 4 ग्रामीणों के घर को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया।
इस घटना से ग्रामीणों में जबदरदस्त दहशत है और वह अपने घर को छोड़कर इधर-उधर घूम रहे हैं। इस लोगों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को सरपंच के घर के बगल में शिफ्ट कर दिया है। वहीं उनके खाने पीने की व्यवस्था की है। वन विभाग के कर्मचारी गजराज वाहन व अन्य साधनों से हाथियों को भगाने में जुट गई है। ग्रामीणों को हाथियों के करीब नहीं जाने की अपील की है।
वाड्रफनगर के वन परीक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि हाथियों का दल ककनेसा में उत्पात मचाने के बाद वाड्रफनगर बीट में पहुंच गया है और दूसरा 17 हाथियों का दल तमोर पिंगला अभ्यारण की तरफ मुड़ गया है। उन्होंने बताया कि हाथियों ने जो नुकसान किया है उसका प्रकरण तैयार किया जा रहा है। जल्द ही ग्रामीणों को मुआवजा का वितरण कर दिया जाएगा।
इधर रेंजर ने कहा, आदत डाल लें
रेंजर ने कहा कि हाथी भोजन की तलाश में गांव की तरफ पहुंच रहे हैं क्योंकि वनों में उनके खाने और पीने की बिल्कुल भी व्यवस्था नहीं है। इसलिए वह गांव की तरफ रुख कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह वनों की कटाई हो रही है। उससे अब लोगों को हाथियों के साथ रहने की आदत डालनी पड़ेगी, हाथियों के आ जाने से और उनकी संख्या इतनी अधिक होने के कारण ग्रामीण काफी दहशत में हैं और वह इस कड़कड़ाती ठंड में रतजगा करने को भी मजबूर हैं।