इसे संयोग ही कहा जाए कि इस साल का आखरी चंद्रग्रहण और कार्तिक पूर्णिमा दोनों एक ही दिन पड़ रहे हैं। हालांकि इस चंद्रग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। वजह, यह उपछाया चंद्रग्र्रहण है, जिसे भारत में स्वीकार्यता नहीं मिली है। लेकिन ज्योतिष मतों के मुताबिक कुछ राशियों पर इस ग्रहण का प्रभाव निश्चित तौर पर पड़ेगा।
बता दें कि इस बार 30 नवंबर को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण दोपहर 1 बजकर 4 मिनट पर शुरू होगा और शाम 5 बजकर 22 मिनट पर खत्म होगा। ये चंद्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि को रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि में होगा। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। ये चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ये चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है जो भारत में दिखाई नहीं देगा। शास्त्रों में उपछाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण नहीं माना जाता है। इसलिए ना तो यहां सूतक काल माना जाएगा और ना ही किसी तरह के कार्यों पर पाबंदी होगी। हालांकि नक्षत्र और राशि में लगने का असर जातकों पर जरूर पड़ेगा। ये ग्रहण वृषभ राशि में लगेगा इसलिए वृषभ राशि के जातकों को ग्रहण काल के दौरान कुछ परेशानियों से गुजरना पड़ सकता है।