रायपुर। प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का इंतजार चार दिनों बाद समाप्त हो जाएगा। प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार 1 दिसंबर से धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इससे पहले प्रारंभिक तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है। प्रदेश के पंजीकृत कुल 21 लाख 47 हजार किसानों को आज से टोकन वितरित करने का काम शुरू कर दिया गया है।
एक दिसंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी के लिए छत्तीसगढ़ में आज से किसानों को टोकन दिया जाएगा। प्रदेश में कुल 21 लाख 47 हजार से ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराया है, जिन्हें आज से ही टोकन मिलने लगेगा। टोकन पाने के लिए किसानों में होड़ मच गई है। दो दिन पहले से ही धान खरीदी केंद्रों में कतार लग रही है। पहले टोकन पाने के लिए लोग रतजगा कर रहे हैं।
इधर, टोकन बांटे जाने से पहले राजधानी में गुरुवार को कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक ली, CM के ACS सुब्रत साहू, ACS वित्त अमिताभ जैन और खाद्य सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह की मौजूदगी में सभी जिलों के कलेक्टर, SP को टोकन व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए हैं। इस बैठक में बताया गया कि टोकन की वैधता अवधि सात दिन होगी। साथ ही टोकन का उपयोग नहीं करने पर नया टोकन जारी होगा। एक दिसंबर के बाद रकबे में परिवर्तन नहीं किया जाएगा। सरकार ने बारिश से धान को बचाने और दूसरे राज्यों से आने वाले धान को रोकने पर रणनीति बनाई है, इसको लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं।
वहीं, विपक्ष का आरोप है कि सरकार को समझ में नहीं आ रहा है धान खरीदी कैसे करनी है। सब कुछ अफसरों पर थोप दिया गया है और रोज नए-नए सर्कुलर जारी हो रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं। बीजेपी के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा सिर्फ अफवाह फैलाने वाली फैक्ट्री है।