सरगुजा संभाग में माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के जाल में फंसे ग्रामीणों की समस्या बढ़ती जा रही है। कोरोना काल में भी ऋण राशि की वसूली के लिए लगातार दबाब बनाने वाले माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारी अब मारपीट में भी उतारू हो गए हैं। ताजा मामला बलरामपुर जिले के सनावल थाना क्षेत्र के ग्राम टाटीआथर का है। यहां कोरवा व्यक्ति के साथ कैशपार माइक्रोफाइनेंस कंपनी के छह कर्मचारियों ने मारपीट कर दी।
पीड़ित ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की। जांच के बाद सभी छह लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। माइक्रोफायनेंस कंपनी के जिन कर्मचारियों पर अपराध दर्ज किया गया है, उनमें आशीष कुमार पाण्डेय, वेद प्रकाश यादव, विष्णु कांत मौर्य, सलमान खान, छोटक एवं अन्य लोग शामिल हैं। ग्राम टाटीआथर निवासी देवनन्दन कोरवा का कहना है कि उसने कैशपार माइक्रोफाइनेंस कंपनी से ऋण लिया था। लाकडाउन के दौरान कामकाज नहीं मिलने के कारण उसने ऋण के एवज में ब्याज की राशि अदा नहीं की थी।
घटना दिवस को जब वह जंगल से घर पहुंचा, तो संबधित कंपनी के कर्मचारियों को अपने घर के बाहर पाया। आरोपितों ने उसे पकड़ लिया और गाली-गलौच कर मारपीट शुरू कर दी और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया। शिकायतकर्ता देवनन्दन कोरवा का कहना है कि उसने कर्मचारियों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया कि कोरोना काल की वजह से मजदूरी करने के लिए काम नहीं मिल पाया।
कंपनी के कर्मचारियों द्वारा लाकडाउन अवधि का भी ब्याज मांगा जा रहा है, जिसका भुगतान कर पाना फिलहाल संभव नहीं है। बताते चलें कि सरगुजा अंचल में माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा ग्रामीणों को प्रलोभन देकर कर्ज दिया गया है और अब वसूली के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है।