गरियाबंद पुलिस की मवेशी तस्करों पर बड़ी कार्रवाई, रात के अंधेरे में ओडिसा ले जा रहे मवेशी तस्करों को देवभोग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस ने आरोपियो के कब्जे से बड़ी संख्या में मवेशी भी बरामद किए है, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।
गिरशूल से बरामाद
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को मुखबिर से मवेशी तस्करी की सूचना प्राप्त हुई थी, सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने अपनी टीम को एलर्ट किया, और देवभोग पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तस्करों को मवेशियों सहित गिरफ्तार कर लिया पुलिस ने आरोपियो के कब्जे से 150 से अधिक मवेशियों को मुक्त कराया है।
ओडिशा ले जाने की थी, तैयारी
घटना रात करीब 02 बजे की है, जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपियो पर शिकंजा कस दिया पुलिस ने जहां मवेशी तस्करों को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है, वही आरोपियो के कब्जे से छुड़ाए गए मवेशियों को गौशालाओं और गौठानो में शिफ्ट कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी मवेशियों को ओडिसा ले जाने की फिराक में थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने बताया कि मामले में 7 लोगो को हिरासत में लिया गया है, ये सभी आरोपी मुजबहल के रहने वाले है, पुलिस ने दावा किया कि तस्करों द्वारा आसपास गांवो से मवेशियों को खरीदा गया है फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है, उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
जिले के सीमावर्ती इलाकों में बड़े पैमाने पर तस्करी
प्रदेश सरकार द्वारा वैसे तो मवेशियों को लेकर कई योजनाएं संचालित की गयी है, बावजूद उसके बाद भी गरियाबंद जिले में किसान मवेशियों का सदुपयोग नही कर पा रहे है, जिसका फायदा मवेशी तस्कर उठाते है, जिले में मवेशी तस्करों के गिरोह सक्रिय है, जो गांवो में घूमकर पहले किसानों से मवेशी खरीदते है, और फिर उन्हें पड़ोसी राज्य में भेज देते है।
सख्त कार्यवाही की जरूरत
वैसे तो जब भी मवेशियों की तस्करी के मामले सामने आये है, पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती रही है, मगर कठोर कार्रवाई नही होने के कारण इस पेशे से जुड़े लोगों के हौसले बुलंद है, जानकारों का दावा है कि, यदि ऐसे मामलों में पुलिस विभाग द्वारा लगातार कठोर कार्रवाई की जाए तो तस्करों के हौसले टूट सकते है, और ऐसे मामलों में कमी आ सकती है।