ग्रेंड न्यूज। दीवाली के बाद कोरोना मामलों में अचानक तेजी आई है। इसके चलते सरकारों को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ा है और नाइट कर्फ्यू समेत तमाम पाबंदियां लगाई जा रही हैं। गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब समेत कुछ राज्यों ने स्कूल खोलने की प्लानिंग बनाई थी, जिसे वापस लेना बड़ा है। इस तरह पालकों के मन में यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि स्कूल कब खुलेंगे।
इस बीच, असम ने इस दिशा में बड़ा फैसला लिया है। असम देश का पहला राज्य होने जा रहा है, जहां कोरोना काल में प्राथमिक स्कूल खुलेंगे। असम सरकार के शिक्षा विभाग के अनुसार, प्रदेश में पंद्रह दिसंबर से होस्टल खोल दिए जाएंगे। वहीं 1 जनवरी से नर्सरी से छठीं तक की कक्षाएं भी लगा दी जाएंगी। असम सरकार के मुताबिक, केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करते हुए स्कूल खोले जा रहे हैं। बच्चों को स्कूल लाने के लिए पालकों की सहमति अनिवार्य होगी। असम सरकार ने पिछले महीने छठीं से 12वीं तक स्कूल खोले थे। इस व्यवस्था की समीक्षा करने के बाद अब प्राथमिक स्कूल खोलने पर फैसला लिया गया है।
कक्षा 10 से 12 और अंतिम वर्ष के छात्रों तथा आवासीय छात्रों के लिए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के हॉस्टल को भी 15 दिसंबर से फिर से खोलने की अनुमति दी गई है। हालांकि अभी आधे छात्रों को ही इसकी अनुमति होगी। नर्सरी से कक्षा 6 तक के छात्रों के लिए कक्षाएं फिर से खोलने के लिए एसओपी जल्द ही जारी किए जाएंगे।
मेघालय में भी 1 दिसंबर से खुले स्कूलरू मेघालय के शिक्षा मंत्री लाहमेन रिम्बुई ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में 1 दिसंबर से कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी है। हालांकि माता-पिता की सहमति अनिवार्य होगी। शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए सामान्य कक्षाएं फिर से शुरू होंगी।