नई दिल्ली। किसान सरकार से सीधे आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। पिछले एक हफ्ते से चल रहे आंदोलन के बीच आज किसानों ने तीनों कृषि कानूनों की वापसी सहित कुल 6 मांगों को सरकार के सामने रखा है। जिस पर किसानों ने सरकार से लिखित में गारंटी मांगा है। प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि अगर सरकार उनकी मांगे नहीं सुनती है तो आंदोलन जारी रहेगा। दिल्ली की सड़कों पर उग्र आंदोलन होगा।
किसानों ने तीनों कृषि कानूनों को तुरंत वापस लेने, MSP को कानूनी बनाया जाने, MSP को फिक्स करने के लिए स्वामीनाथन फॉर्मूले को लागू करना, NCR रीजन में वायु प्रदूषण एक्ट में बदलाव, खेती के लिए डीजल के दामों में 50 फीसदी की कटौती, देशभर में किसान नेता, कवियों, वकीलों और अन्य पर दर्ज केस वापस लिए जाने की मांग सरकार से की है।
उल्लेखनीय है कि आंदोलन को खत्म करने के लिए सरकार लगातार किसानों को मनाने में जुटी हुई है। अब तब किसान और सरकार के बीच तीन दौर की बात भी हो चुकी है, लेकिन अभी तक हल नहीं निकला है। आज भी बातचीत का दौर जारी है। किसानों की ओर से कहा गया है कि अगर आज की बैठक में कोई हल नहीं निकलता है, तो किसानों का आंदोलन आक्रामक होगा और उसका अंत क्या होगा, कोई नहीं जानता है।
किसानों की मांगों पर चर्चा के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे हैं। दोनों के बीच कृषि कानूनों के बारे में चर्चा जारी है। तीन कृषि कानूनों पर चल रहे गतिरोध के बीच दोनों नेताओं के बीच बातचीत काफी अहम मानी जा रही है।