रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप प्रदेश के वनवासियों के हित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में 31 से बढ़ाकर 38 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर करने के साथ-साथ संघ द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य के अंतर्गत 14 लघु वनोपजों की खरीदी का अहम निर्णय लिया गया है। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि इस तरह छत्तीसगढ़ में लगभग दो वर्ष में समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए लघु वनोपजों की संख्या 7 से बढ़ाकर 52 कर दी गई है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत 31 से बढ़ाए गए 38 लघु वनोपजों में से 7 नवीन लघु वनोपज कुसुमी बीज, रीठा फल(सूखा), शिकाकाई फल्ली(सूखा), सतावर जड(सूखा)़, काजू गुठली, मालकांगनी बीज तथा माहुल पत्ता को शामिल किया गया है। निर्धारित समर्थन मूल्य के अनुसार इनमें कुसुमी बीज 23 रूपए, रीठा फल(सूखा) 14 रूपए, शिकाकाई फल्ली(सूखा) 50 रूपए, सतावर जड(सूखा) 107 रूपए़, काजू गुठली 90 रूपए, मालकांगनी बीज 100 रूपए तथा माहुल पत्ता 15 रूपए प्रति किलोग्राम की दर पर खरीदी की जाएगी। इसी तरह संघ द्वारा समर्थन मूल्य पर 14 लघु वनोपजों पलास (फूल), सफेद मूसली (सूखा), इंद्रजौ, पताल कुम्हड़ा, कुटज, अश्वगंधा, आंवला (कच्चा), सवई घास, कांटा झाडू, तिखुर, बीहन लाख-कुसुमी, बीहन लाख-रंगीनी, बेल (कच्चा) तथा जामुन (कच्चा) की खरीदी की जाएगी।
इस संबंध में प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ श्री संजय शुक्ला ने बताया कि संघ द्वारा समर्थन मूल्य के अंतर्गत पलास (फूल) की खरीदी प्रति क्ंिवटल 1000 रूपए की दर पर की जाएगी। इसी तरह सफेद मूसली (सूखा) 65 हजार रूपए, इंद्रजौ 15 हजार रूपए, पताल कुम्हड़ा 3 हजार रूपए तथा कुटज (छाल) एक हजार 100 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर पर खरीदी की जाएगी। इसके अलावा अश्वगंधा 32 हजार 500 रूपए, आंवला कच्चा 2 हजार 800 रूपए, सवई घास एक हजार 400 रूपए तथा कांटा झाडू 2 हजार 300 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर पर खरीदी की जाएगी। इसी तरह तिखुर प्रति क्ंिवटल 2 हजार 500 रूपए, बीहन लाख-कुसमी प्रति क्ंिवटल 30 हजार रूपए तथा बीहन लाख-रंगीनी प्रति क्ंिवटल 22 हजार रूपए की दर पर क्रय की जाएगी। इसके अलावा बेल (कच्चा) एक हजार रूपए तथा जामुन (कच्चा) 2 हजार 300 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर पर खरीदी की जाएगी।
छत्तीसगढ़ राज्य में इसके पहले खरीदी की जाने वाली 31 लघु वनोपजों में साल बीज, हर्रा, ईमली बीज सहित, चिरौंजी गुठली, महुआ बीज, कुसुमी लाख, रंगीनी लाख, काल मेघ, बहेड़ा, नागरमोथा, कुल्लू गोंद, पुवाड़, बेल गुदा, शहद तथा फूल झाडू, महुआ फूल (सूखा) की खरीदी की जा रही थी। इसके अलावा जामुन बीज (सूखा), कौंच बीज, धवई फूल (सूखा), करंज बीज, बायबडिंग और आंवला (बीज सहित) तथा फूल ईमली (बीज रहित), गिलोय तथा भेलवा, वन तुलसी बीज, वन जीरा बीज, इमली बीज, बहेड़ा कचरिया, हर्रा कचरिया तथा नीम बीज की खरीदी की जा रही थी। राज्य सरकार द्वारा कुसुमी लाख, रंगीनी लाख और कुल्लू गोंद की खरीदी में समर्थन मूल्य के अलावा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।