नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 10 दिसंबर को नई संसद की आधारशिला रखेंगे। नए संसद भवन के लिए भूमि-पूजन समारोह के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिड़ला ने ऑफिशियल तौर पर उन्हें आमंत्रित करने के लिए आज दोपहर प्रधानमंत्री से मुलाकात की। अधिकारियों ने कहा कि नए भवन को त्रिकोण के रूप में डिजाइन किया गया है।
नई संसद का निर्माण मौजूदा कैम्पस के पास ही किया जाएगा। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को इसका टेंडर दिया गया है। इस भवन के निर्माण में 971 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसे 21 महीने में पूरा करने का टारगेट है।
नई संसद में होंगी ये चीजें
नए भवन में भारत की लोकतांत्रिक विरासत, संसद के सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक लाइब्रेरी, कई समिति कक्ष, फूड कोर्ट एरिया और पर्याप्त पार्किंग स्पेस सहित एक भव्य संविधान हॉल होगा। ओम बिड़ला के हवाले से बताया कि इमारत भूकंप रोधी भी होगी।
इसके निर्माण में 2,000 लोग सीधे तौर से जु़ड़े हैं, जबकि करीब 9,000 दूसरे लोग भी अप्रत्यक्ष तौर पर इसमें अपना योगदान दे रहे हैं। बिड़ला ने कहा कि नए भवन में 1,224 सांसद बैठ सकेंगे। राज्यसभा में कुल 384 सांसदों के बैठने के लिए जगह होगी।
यह सौभाग्य व गर्व का अवसर है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi 10 दिसंबर को संसद के नए भवन का भूमि पूजन करेंगे। इसका निर्माण कार्य अक्टूबर 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। देश की आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद का सत्र नए भवन में आहूत किया जाएगा। #NewParliament pic.twitter.com/XFIeCflYHd
— Om Birla (मोदी का परिवार) (@ombirlakota) December 5, 2020
वर्तमान इमारत ब्रिटिश काल की इमारत है
संसद की वर्तमान इमारत ब्रिटिश काल की इमारत है, जिसे एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने डिजाइन किया गया था। दोनों नई दिल्ली की प्लानिंग और निर्माण के लिए जिम्मेदार थे। वर्तमान भवन गोलाकार है और भारत के सबसे पॉपुलर स्मारकों में से एक है। यह महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने है।