रायपुर। सशस्त्र सेना झण्डा दिवस 7 दिसम्बर पर राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने छत्तीसगढ़ की जनता के नाम संदेश प्रसारित किए हैं।
राज्यपाल उइके ने अपने संदेश में कहा है कि मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि कर्त्तव्य की राह पर अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीदों के प्रति अपना आदर और सम्मान प्रदर्शित करने के लिए प्रति वर्ष 7 दिसम्बर को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस बनाया जाता है। यह दिन हमें अपनी मातृभूमि के प्रति सशस्त्र बलों के योगदान को देखते हुए उनके प्रति अपने उत्तरदायित्व की याद दिलाता है। सशस्त्र बलों द्वारा की गई राष्ट्रसेवा के लिए देश उनका कृतज्ञ है। झण्डा दिवस एक ऐसा अवसर है, जब हम उनके साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित कर सकते हैं। सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर, मैं छत्तीसगढ़ की जनता से आह्वान करती हूं कि वे उदारतापूर्वक योगदान दें ताकि हम अपने बहादुर शहीदों के आश्रितों और दिव्यांग सैन्य-कर्मियों का पुनर्वास और कल्याण सुनिश्चित कर सकें। सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के उद्देश्यों की सफलता के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संदेश में कहा है कि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के माध्यम से मैं सशस्त्र सेना के उन सैनिकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करता हूं, जिनके त्याग, समर्पण तथा बलिदान की वजह से हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं तथा हम अपने देश की एकता और अखंडता को सुरक्षित रखने में सफल हो पाते हैं। सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमारे देश के उन महान सेनानियों और उनके परिवारजनों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को महसूस करने और उसमें अपना योगदान जोड़ेने की पावन भावना का भी प्रतीक है। इस अवसर पर प्रतीक स्वरूप जारी किए गए झंडे के माध्यम से हम सम्मानपूर्वक दान की परंपरा से जुड़ते हैं, क्योंकि इससे एकत्र होने वाली धनराशि हमारे वीर, अनुभवी, प्रतिबद्ध और जांबाज सैनिकों, पूर्व सैनिकों तथा शहीद परिवारों के कल्याण में अपना योगदान जोड़ती है। इसके माध्यम से हम शौर्य और त्याग की पावन भावना से भी जुड़ते हैं, जो हमारे पराक्रमी साथियों और उनके परिवारजनों को यह दृढ़ विश्वास प्रदान करती है कि हर परिस्थिति में हम सब देशवासी उनके साथ हैं। मैं प्रत्येक नागरिक से यह अनुरोध करता हूं कि ’सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष’; में उदारतापूर्वक दान देकर, सैनिक परिवारों के प्रति आदर और अपनी एकजुटता प्रदर्शित करें।
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने संदेश में कहा है कि हमारी सशस्त्र सेनाएं सभी भारतीयों के हृदय में एक विशेष स्थाान रखती हैं। सशस्त्र सेना झण्डा दिवस हर वर्ष 7 दिसम्बर को मनाया जाता है। यह एक ऐसा विशेष अवसर हैं, जब सभी देशवासी हमारे शहीदों और वीर जवानों के सर्वोच्च बलिदान और वीरता को नमन करते हैं। विगत वर्ष भी सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ वासियों द्वारा बढ़-चढ़ कर दान राशि दिया गया था, जिसका उपयोग शहीदों, वीर नारियों, दिव्यांग सैनिकों एवं उनके आश्रितों के पुनर्वास और कल्याण के लिए किया गया। इस वर्ष एक बार फिर मैं अपने छत्तीसगढ़ राज्य के नागरिकों से आह्वान करता हूं कि वे इस श्रेष्ठ कार्य के लिए उदारतापूर्वक योगदान करें और अपने उन सैनिकों के प्रति अपना प्यार और सम्मान व्यक्त करें ’’जो सैनिक हमारे कल के लिए अपने आज का बलिदान करते हैं।’’