उज्जैन। उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़वाने के मामले में 5 लाख के इनाम के हकदार लोगों के नाम सामने आ गए हैं। उज्जैन के 3 एएसपी स्तर के अधिकारियों ने यह रिपोर्ट तैयार की है। उसी रिपोर्ट में इनाम के हकदारों के नाम तय हैं। गुरुवार को यह रिपोर्ट एसपी को सौंप दी गई है। एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने कहा है कि रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजकर प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।
दरअसल, महाकाल मंदिर परिसर से 9 जुलाई-2020 को उत्तर प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे पकड़ा गया था। इसके बाद से ही यह सवाल था कि उस पर घोषित 5 लाख रुपये का इनाम किसे मिलेगा। इनाम के हकदार लोगों का पता लगाने के लिए उज्जैन एसपी ने एक कमेटी गठित की थी। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें छह लोगों के नाम हैं, विकास को पकड़वाने में इन सभी की भूमिका थी।
इन्हें मिलेगा इनाम
विकास दुबे को सबसे पहले हार फूल की दुकान चलाने वाले सुरेश कहार ने पहचाना था। सुरेश के अलावा महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मी राहुल शर्मा, धर्मेंद्र परमार सहित पुलिस आरक्षक विजय राठौर, जितेंद्र कुमार, परसराम में इनाम राशि बांटी जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि अभी प्रक्रिया चल रही है। इनाम के हकदारों की सूची यूपी पुलिस की तरफ से मांगी गई थी।
राजस्थान के रास्ते बस से आया था उज्जैन
गैंगस्टर विकास दुबे राजस्थान के झालावाड़ शहर से बस में बैठकर 9 जुलाई की सुबह उज्जैन आया था। वह बस से देवासगेट बस स्टैंड पर उतरा था। यहां से वह ऑटो में बैठकर शिप्रा नदी में स्नान करने गया था। इसके बाद 7.45 पर महाकाल मंदिर आया था। यहां हार फूल की दुकान चलाने वाले सुरेश कहार ने सबसे पहले उसे पहचाना था।इसके बाद कहार ने मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों को इसकी सूचना दी थी। बाद में सुरक्षाकर्मी और कुछ पुलिस जवान उसे महाकाल चौकी ले गए थे। यहां विकास दुबे से पूछताछ की गई थी। इसके बाद विकास को उत्तर प्रदेश एसटीएफ को सौंप दिया गया था और फिर एनकाउंटर में उसकी मौत हो गई थी।
इस कमेटी ने सौंपी है रिपोर्ट
कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के उज्जैन में पकड़े जाने के बाद से ही इनाम की राशि किसे दी जाए, इस बात को लेकर मंथन पुलिस विभाग में चल रहा था। इनाम के असली हकदारों के नाम तय करने के लिए एएसपी रैंक के तीन पुलिस अधिकारियों की कमेटी बनाई गई थी। इसमें एएसपी रूपेश द्विवेदी, अमरेंद्रसिंह और आकाश भूरिया शामिल रहे हैं। कमेटी ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट तैयार कर एसपी सत्येंद्र शुक्ला को सौंप दी है।
यह रिपोर्ट आईजी राकेश गुप्ता को दी जाएगी। फिर ये प्रदेश के डीजीपी को सौंपी जाएगी। इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस को इसकी जानकारी देकर इनाम की प्रक्रिया पूरी करवाई जाएगी।