चंडीगढ़। अपनी बहन को इंसाफ दिलाने के लिए चंडीगढ़ के अजय शर्मा ने डीजीपी हरियाणा को मेमोरंडम भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि ऋतु के केस के मामले की जांच लगभग 120 दिन बाद भी पहले दिन जैसी ही है , यदि रेप व मर्डर के सस्पेक्ट केस में एक रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर की एडवोकेट बेटी की इंसाफ नहीं मिलेगा तो और किसे मिलेगा।
बता दें कि चंडीगढ़ पुलिस के सेवानिवृत इंस्पेक्टर विष्णु दत्त की बेटी एवं एडवोकेट ऋतु शर्मा(28) की हत्या को गुरुग्राम पुलिस खुदकुशी की घटना दिखाने के प्रयास में जुटी है। उसकी हत्या इस साल 10 अगस्त को गुरुग्राम में हुई थी ।उसका शव कमरे के साथ बने बाथरूम में फव्वारे से बंधी चुन्नी के फंदे से लटका मिला बताया गया। लेकिन ऋतु की जांघ और पेट पर चोट के निशान मौजूद थे। पुलिसकर्मियों ने शुरूआती बातचीत में उससे रेप होने का भी शक जताया था।अजय ने कहा पूरे मामले की गंभीरता इस बात से लगाई जा सकती है कि एसआईटी बनने के बाद एक बारी भी एसआईटी द्वारा खुद परिवार को संपर्क नहीं किया गया और परिवार द्वारा संपर्क करने पर संतोषजनक जवाब नहीं दिए जा गए।किसी गरीब के साथ क्या होता होगा। इसका बस अनुमान ही काफी है। आपको लिख रहा हूं उम्मीद करता हूं, आपकी आत्मा भी दिल से चाहेगी की एक बेटी को इंसाफ मिले। जिस पद पर आप विराजमान हैं उसका फर्ज भी यही कहता है।