हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग जिले में तैनात बिहार के गया निवासी रेंजर संजय सिन्हा की हत्या के लिए पत्नी राखी सिन्हा ने प्रेमी के साथ मिलकर अपराधियों को पांच लाख की सुपारी दी थी। हत्यारों को एडवांस के तौर पर उसने 94 हजार रुपये दे भी दिए थे। शर्त थी कि हत्या प्राकृतिक मौत जैसी लगे। हालांकि अपराधी घटना को अंजाम दे पाते, इससे पहले ही पुलिस को भनक लग गई और पुलिस ने महिला के प्रेमी समेत साजिश में शामिल तीनों आरोपितों को दबोच लिया।
पूछताछ के दौरान उन्होंने पुलिस के समक्ष अपनी पूरी योजना के बारे में बताया। एसपी कार्तिक एस ने मीडिया को बताया कि रेंजर संजय सिन्हा वर्तमान में बिहार के गया में पत्नी के साथ किराये के मकान में रहते हैं। उनकी हत्या की साजिश की भनक मिलते ही पुलिस अलर्ट थी। सूचना थी कि अपराधी हजारीबाग से गया जानेवाले हैं। जैसे ही तीनों आरोपित किराये के वाहन से हत्या के लिए गया जाने के लिए निकले, पुलिस ने हजारीबाग के इचाक मोड़ के पास उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इनमें नवीन राणा, इनदाद हुसैन और मो. नोमान शामिल हैं। तीनों हुटपा मेरु गांव के रहने वाले हैं। पूछताछ में नवीन राणा ने बताया कि रेंजर की 40 वर्षीय पत्नी राखी सिन्हा से पहले उसकी दोस्ती हुई और फिर दोनों में प्यार हो गया। इसके बाद दोनों ने छह दिसंबर को रेंजर संजय सिन्हा की हत्या करने की योजना बनाई थी। राखी सिन्हा ने उसे बताया था कि घर का मालिक नहीं रहेगा। मैं रात में दरवाजा खुला छोड़ दूंगी। चुपके से अंदर आकर गला दबा कर हत्या कर देना।
वह चाहती थी कि घटना को इस तरह अंजाम दिया जाए कि उसके पति की मौत स्वाभाविक लगे। उसके बाद अनुकंपा के आधार पर उसे नौकरी व पैसे मिल जाएं। एसपी ने कहा कि सूचना के बाद से तीनों पर नजर रखी जा रही थी। जैसे ही ये तीनों गया जाने के लिए वाहन लेकर निकले तो पुलिस ने पीछा करना शुरू कर दिया और इचाक मोड़ के पास दबोच लिया। तीनों के पास से करीब तीन हजार रुपये नकद और मोबाइल बरामद हुआ है। हालांकि, एसपी ने यह नहीं बताया कि उन्हें सूचना किसने दी थी। बहरहाल, प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।