नेशनल डेस्क। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में एक ढाबा संचालक ने पूरा डीजल पंप ही अवैध बना दिया. इसके लिए जमीन में 12 हजार लीटर क्षमता की टैंक गाड़ दिया गया और डीजल देने के लिए डिस्पेंसिंग मशीन टॉयलेट में लगा दी गई.
प्राप्त जानकारी अनुसार, गुजरात एवं मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर ग्राम बालवासा में अवैध रूप से डीजल का व्यापार कर रहे ढाबा संचालक द्वारा गुजरात से डीजल लाकर मध्य प्रदेश में बेचा जा रहा था. गुजरात और मध्य प्रदेश के भाव में 10 रुपये का अंतर है व ज्यादा मुनाफा कमाने के उद्देश्य से यह धंधा किया जा रहा था. इसके लिए डिस्पेंसिंग मशीन, टिल्लू पंप और 12,000 लीटर की क्षमता वाला टैंकर उपयोग में लाया जा रहा था.
हालांकि ढाबा संचालकों का कहना है कि वे अपने खुद के टैंकरों के लिए डीजल को जमा करते थे. वहीं, डिस्पेंसिंग मशीन उपकरणों का उपलब्ध होना, डीजल के खरीदने और बेचने की ओर संकेत कर रहा है.
मुखबिर की सूचना पर ग्राम बालवासा के पास प्रकाश ढाबा के संचालक प्रकाश डामोर और धर्मेश पिता अशोक हडिया के यहां दबिश दी गई तो वहां पता चला कि अवैध रूप से डीजल का संग्रह और विक्रय किया जा रहा था.
थाना काकनवानी के अंतर्गत चौकी हरी नगर पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए मौके से 12,000 लीटर क्षमता का टैंकर, डिस्पेंसिंग मशीन व टिल्लू पंप के अलावा पाइप आदि एवं 100 लीटर डीजल जब्त किया गया. आरोपियों के खिलाफ धारा 3/7 आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया. मौके से आरोपी धर्मेश को गिरफ्तार किया गया. आरोपी ढाबा संचालक प्रकाश डामोर फरार है. ढाबा संचालक प्रकाश यह अवैध व्यापार कब से कर रहा है, पुलिस इसकी जांच में जुटी है.