पीएम आवास योजना ग्रामीणों और गरीबों के सिर पर पक्का मकान देने के लिए शुरु हुई थी। लेकिन इस योजना में भी अब भ्रष्टाचारियों की नजर लग गई है। सरगुजा के मैनपाट में ऐसा ही मामला सामने आया है जहां बिना मकान बने ही राशि का आहरण कर लिया गया। सरगुजा जिले के मैनपाट क्षेत्र में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम आवास कागजों में ही बनकर तैयार हो गई। मैनपाट के ग्राम नर्मदापुर में 25 हितग्राहियों के आवेदन पर पीएम आवास योजना के तहत पक्का मकान बनाए जाने की स्वीकृति मिली थी । लेकिन हितग्राहियों की स्वीकृत राशि को अधिकारियों की मिलीभगत से आहरण कर लिया गया है । जबकि गांव में पक्के मकान का निर्माण हुआ ही नहीं है..पात्र हितग्राही आज भी आवास योजना के लिए दर-दर भटक रहे और कच्चे मकान में रहने को मजबूर हैं..
आरोपियों पर कार्रवाई के निर्देश
इधर नर्मदापुर में हुए पीएम आवास योजना के भ्रष्टाचार के मामले में क्षेत्र के विधायक एवं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि जो भी इस मामले में संलिप्त होगा उसे किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी ।वहीं कलेक्टर ने भी मामले की जांच करवाकर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।बहरहाल पात्र हितग्राहियों के पक्के मकान में रहने का सपना भ्रष्ट सिस्टम की भेंट चढ़ गया । कई हितग्राहियों के पहली किस्त और कई हितग्राहियों की दूसरी क़िस्त के लिए दफ्तरों के चक्कर काटते रहे। इधर उनके हक के पैसों को भूखे मगरमच्छ खा गए। अब देखना ये होगा कि आने वाले दिनों में आरोपियों पर किस तरह की कार्रवाई होती है।