नई दिल्ली। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को देश भर में लागू किये जाने के लिए उठाये जा रहे कदमों के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा ‘पॉलिसी ऑन स्कूल बैग 2020’ डॉक्यूमेंट जारी किया गया है। मंत्रालय के विद्यालय शिक्षा और सारक्षता विभाग द्वारा तैयार इस डॉक्यूमेंट में स्कूलों के विभिन्न कक्षाओं के स्टूडेंट्स के लिए स्कूल बैक के अधिकतम वजन से लेकर कक्षाओं में ही सिलेबस के अधिकतम हिस्से को कवर करने और होमवर्क दिये जाने को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये हैं।
इस नई बैग पॉलिसी (Bag Policy) के अनुसार स्कूली बच्चों के बस्ते का वजन उनके वजन के दस फीसद से ज्यादा नहीं होगा। इसके तहत पहली कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों (Students) के बस्ते का वजन औसतन 1.6 से 2.2 किलोग्राम तय किया गया है, जबकि बारहवीं में पढ़ने वाले छात्रों (Students) के बस्ते का वजन अब औसतन 3.5 से 5 किलोग्राम के बीच होगा। वहीं प्री-प्राइमरी में पढ़ने वाले बच्चों के लिए कोई बैग नहीं होगा। नए शैक्षणिक सत्र (Academic Session) से इस पर सख्ती से अमल का निर्देश दिया गया है। बच्चों के बस्ते का वजन चेक करने के लिए स्कूलों में तौल मशीन रखी जाएगी। प्रकाशकों को किताबों के पीछे उसका वजह भी छापना होगा। पहली कक्षा के छात्रों (Students) के लिए कुल तीन किताबें होंगी, जिनका कुल वजन 1,078 ग्राम होगा
वहीं, बारहवीं में पढ़ने वाले छात्रों (Students) के लिए कुल छह किताबें होगी, जिनका वजन 4,182 ग्राम तय किया गया है। पढ़ाई के लिए समय सारिणी भी बनानी होगी। छात्रों (Students) के बैग के वजन को निर्धारित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की थी। विस्तृत सर्वे के बाद कमेटी ने इसे अंतिम रूप दिया है। स्कूली छात्रों (Students) के बस्ते में किताबों का वजन 500 ग्राम से 3.5 किलोग्राम रहेगा, जबकि कॉपियों का वजन 200 ग्राम से 2.5 किलोग्राम रहेगा। इसके साथ लंच बाक्स का वजन भी दो सौ ग्राम से एक किलोग्राम और पानी की बोतल का वजन भी दो सौ ग्राम से एक किलोग्राम के बीच रहेगा।
मिडिल स्कूल के लिए होमवर्क की अवधि
शिक्षा मंत्रालय के पॉलिसी डॉक्यूमेंट के अनुसार स्कूलों में मीडिल कक्षाओं यानि छठीं से लेकर आठवीं तक के स्टूडेंट्स के लिए अधिकतम एक घंटा का होमवर्क दिया जाना चाहिए। इस प्रकार सप्ताह में होमवर्क की अवधि 5 घंटे या 6 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए।
सेकेंड्री और हायर सेकेंड्री के लिए होमवर्क की अवधि
इसी प्रकार, पॉलिसी डॉक्यूमेंट में सेकेंड्री और हायर सेकेंड्री कक्षाओं के लिए भी अधिकतम होमवर्क अवधि से सम्बन्धित प्रावधान किये गये हैं। इन क्लासेस के स्टूडेंट्स को 2 घंटे प्रतिदिन से अधिक का होमवर्क नहीं दिया जाना चाहिए, जो कि साप्ताहिक रूप से 10 से 12 घंटे होते हैं। इसके लिए शिक्षकों को कम होमवर्क घंटों के अनुसार प्लान बनाना होगा।
दो घंटे का Home Work
Policy on School Bag 2020 नीति दस्तावेज में कहा गया है कि स्कूल या कक्षा के समय को लचीला बनाने की जरूरत है और बच्चों को खेल और शारीरिक शिक्षा तथा स्कूलों में पाठ्य पुस्तकों के अलावा किताबें पढ़ने का पर्याप्त समय दिया जाए। नीति में कहा गया है कि दूसरी कक्षा तक कोई गृह कार्य न दिया जाए और 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को रोजाना अधिकतम 2 घंटे का गृह कार्य दिया जा सकता है। इसमें कहा गया है कि तीसरी, चौथी और 5वीं कक्षा के विद्यार्थियों को हफ्तें में अधिकतम दो घंटे का गृह कार्य दिया जा सकता है। छठीं से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को अधिकतम एक घंटे का गृह कार्य दिया जाना चाहिए।
पहिए वाले बैग पर लगनी चाहिए रोक
नीति दस्तावेज में कहा गया है कि पहिये वाले बैग पर रोक लगनी चाहिए, क्योंकि सीढ़ियां चढ़ते वक्त यह बच्चे को चोटिल कर सकते हैं। इसके अलावा, विद्यालयों से पर्याप्त मात्रा और अच्छी गुणवत्ता उपलब्ध कराने के लिए कहा है। नीति दस्तावेज में कहा गया है कि स्कूल या कक्षा के समय को लचीला बनाने की जरूरत है और बच्चों को खेल एवं शारीरिक शिक्षा तथा स्कूलों में पाठ्य पुस्तकों के अलावा किताबें पढ़ने का पर्याप्त समय दिया जाए।