नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति के कोरोना वायरस टास्क फोर्स ने चेतावनी दी है कि देश में इस संक्रमण की रोकथाम के लिए टीका लगाने की जो योजना बनाई गई है, उससे तुरंत इस बीमारी पर लगाम नहीं लगेगी। बल्कि इस पर काबू पाने के लिए कई महीनों का इंतजार करना पड़ेगा। टास्क फोर्स का यह निष्कर्ष राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस राय के उलट है कि टीकाकरण से संक्रमित लोगों की मृत्यु और उनके अस्पताल में भर्ती होने की दर में तुरंत नाटकीय गिरावट आ जाएगी। दो रोज पहले ट्रंप ने ये बात सार्वजनिक रूप से कही थी। लेकिन उसके बाद टास्क फोर्स ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि संक्रमण न फैले, इसके लिए अभी अपनाए जा रहे उपायों को फिलहाल जारी रखना होगा।
एकमात्र रास्ता : सावधानी जारी रखें – टास्क फोर्स
टास्क फोर्स की रिपोर्ट अमेरिकी मीडिया में लीक होकर छपी है। इसके मुताबिक टास्क फोर्स ने कहा है- टीकाकरण की अभी तक जो योजना सामने है, उससे वायरस के प्रसार, लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या या मृत्यु की तादाद में तुरंत कोई बड़ी गिरावट नहीं आएगी। अभी संक्रमण ना फैले इसके लिए एकमात्र रास्ता यही है कि लोग सावधानी जारी रखें। सर्दियों में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी का सामना लोगों को करना ही होगा।
टास्क फोर्स की ताजा रिपोर्ट सभी अमेरिकी राज्यों को भेजी गई है। इसमें कहा गया है कि टीका बनने से उम्मीद जगी है। लेकिन इसका प्रभाव सामने आने में कई महीने लगेंगे। महीनों तक टीकाकरण चलने के बाद मृत्यु और अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में गिरावट आएगी।
टास्क फोर्स ने सरकारों से कहा है कि वे इस बात का संदेश लोगों को साफ शब्दों में दें। साथ ही उन्हें आगाह करें कि कोरोना महामारी आने के बाद उनके व्यवहार में जो बदलाव लाए हैं, उन पर अमल करना अभी जारी रखें।
टास्क फोर्स ने कहा है कि फिलहाल देश में बड़े से लेकर छोटे शहरों और गांवों तक में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमण की आई ताजा लहर के आठ हफ्ते होने जा रहे हैं। लेकिन यह दुख की बात है कि कई राज्यों के और स्थानीय प्रशासन उन उपायों पर अमल नहीं कर रहे हैं, जिनके जरिए संक्रमण की पहली लहर को रोकने में मदद मिली थी। ऐसे ही उपायों के जरिए यूरोप में काफी सुधार हुआ है। लेकिन अमेरिका में ज्यादातर जगहों पर लोग उन उपायों पर सख्ती से अमल नहीं कर रहे हैं।
अमेरिका में एक बड़ी समस्या वैक्सीन को लेकर जारी शक का है। कई राजनीतिक गुटों ने जानबूझ कर इसके खिलाफ अविश्वास फैलाया है। इसे दूर करना अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के कमीश्नर डॉ. स्टीफन हान ने कहा है कि लोगों का अविश्वास दूर करने के लिए वे सबसे पहले टीका लगवाएंगे। उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि टीके को मंजूरी देने के पहले वैज्ञानिक उसकी पूरी समीक्षा करेंगे। वे विज्ञान और उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर फैसला करेंगे। वे जब उचित समझेंगे, तभी इसकी इजाजत देंगे। हान ने कहा कि उसके बाद वे अपने पूरे परिवार के साथ टीका लगवाएंगे।
डॉ. हान ने कहा कि अमेरिका में टीके के मामले में पूरी पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। इसीलिए सारे आंकड़ों को सार्वजनिक किया जा रहा है ताकि लोगों में कोई अविश्वास ना बचे।