नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कोविड टीकाकरण के लिए राज्यों से तैयारियां करने को कहा है। पंजाब के स्वास्थ्य सचिव हुसैन लाल ने भी आज अपने राज्य टीकाकरण से जुड़ी तैयारियों के बारे में बताया। टीकाकरण के लिए डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने होमगार्ड्स, सिविल डिफेंस और फायर सर्विस के डायरेक्टर जनरलों से कोविड टीकाकरण से संबंधित कार्यों को लेकर बल के कर्मियों का डेटा तैयार करने को कहा है।
कैसी होनी चाहिए तैयारियां
कोरोना वैक्सीन के लिए सबसे पहले जरूरत रेफ्रीजरेशन और कोल्ड चेन स्थापित करने को लेकर होती है। वैक्सीन को बेहद कम तापमान पर रखना जरूरी होता है अन्यथा यह खराब हो जाती है। खासकर फाइजर की वैक्सीन के लिए -70 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान पर अल्ट्रा डीप फ्रीजर में रखना जरूरी होता है। भारत जैसे बड़े देश में टीकाकरण को लेकर रेफ्रीजरेशन यानी कूलिंग एक बड़ी समस्या भी है। हालांकि पोलियो उन्मूलन अभियान में भारत ने टीकाकरण की तैयारियों ने ऐसी समस्याओं पर विजय पाई है।
यह होगी टीकाकरण की प्रक्रिया
गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी की मानें तो कोरोना वैक्सीन लगाने का न्यूनतम समय कम से कम 30 मिनट रखा जाएगा। पहली प्रक्रिया में व्यक्ति की पहचान की होगी जिसमें उसे पहचान पत्र दिखाना होगा। दूसरी प्रक्रिया में वैक्सीन लगाई जाएगी। तीसरी प्रक्रिया के तहत वैक्सीन के साइड इफेक्ट की निगरानी होगी। इसमें टीका लगवाने वाले शख्स का लगभग आधे घंटे तक अवलोकन किया जाएगा।
हवाई अड्डे भी तैयार
हाल ही में पीएम मोदी ने कहा था कि कुछ ही हफ्तों में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण के लिए तैयार हो सकती है। इसे देखते हुए राज्यों के साथ साथ हवाई अड्डों ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। खासकर दिल्ली और हैदराबाद के हवाई अड्डे भी इसकी ढुलाई में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। दिल्ली हवाई अड्डे पर दो विश्वस्तरीय कार्गो टर्मिनल हैं जहां -20 डिग्री से लेकर 25 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में रखने के लिए विशेष चैंबर बने हुए हैं। यानी दिल्ली हवाई अड्डा वैक्सीन वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को तैयार है।
हैदराबाद में यह सहूलियत
अब रही बात हैदराबाद हवाई अड्डे की तो यह वैक्सीन उत्पादन क्षेत्र में मौजूद है। तापमान के प्रति संवेदनशील दवाओं और वैक्सीन के भंडारण और वितरण में इसकी भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सबसे बड़ी बात यह कि यहां सामान की पार्किंग टर्मिनल से महज 50 मीटर दूर है। इससे सामान को जल्द विमान में पहुंचाया जा सकता है।
पंजाब में तैयारियां पूरी
पंजाब के स्वास्थ्य सचिव हुसैल लाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने टीकाकरण प्रोग्राम के लिए हमें निर्देश दिए थे। हमने सभी तैयारियों कर ली हैं। टीकाकरण में बुनियादी जरूरत कोल्ड चेन की होती है। हमने चंडीगढ़, फिरोजपुर, अमृतसर और होसियारपुर में कोल्ड चेन स्टोर बनाए हैं। हमारे पास रेफ्रीजरेटर और डीप फ्रीजर, वैक्सीन कॅरियर और आइस कोल्ड बॉक्स भी मौजूद हैं। साथ ही हमारे पास पर्याप्त टीम भी है…
यूपी में ऐसी है तैयारी
केंद्र सरकार ने लखनऊ स्थित कोविड वैक्सीन सेंटर में चार आइस लाइन रेफ्रीजरेटर भेज दिए हैं। इनसे वैक्सीन की कोल्ड चेन बरकरार रखने में मदद मिलेगी। वैक्सीन के लिए ऐशबाग में स्टोरेज सेंटर बनाया जा रहा है। यह करीब दस लाख रुपये की लागत से तैयार हो रहा है। सेंटर में बिजली की पुख्ता व्यवस्था होगी। प्रत्येक बॉक्स 250 लीटर वैक्सीन की क्षमता है।
उत्तराखंड में ऐसा होगा पहला चरण
उत्तराखंड में टीकाकरण के पहले चरण में तकरीबन 20 लाख लोगों को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी और निजी क्षेत्र के 93,889 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की पहचान की है। राज्य, जिला और ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स का गठन कर लिया गया है। वैक्सीन के परिवहन और भंडारण को लेकर तैयारियां जारी हैं। कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण का काम भी जल्द शुरू किया जाएगा।
बिहार में क्या है तैयारी
बिहार सरकार टीकाकरण रजिस्ट्रेशन के लिए जल्दी ही एक ऐप (Co-Win) लांच करेगी। पहले चरण में केवल डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीन के प्रबंधन के लिए वेब पोर्टल भी तैयार कर लिया गया है। इसपर टीकाकरण की पूरी जानकारी दी जाएगी। पहले चरण के लिए फ्रंटलाइन वकर्स के आंकड़े जुटाए जा जा रहे हैं। उनका ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक एप पर रजिस्ट्रेशन कराए बिना वैक्सीन की डोज नहीं दी जाएगी। आम लोगों को भी ऐसे ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा।