हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में छात्रा निकिता तोमर हत्याकांड के आरोपी तौसीफ ने पुलिस पर चार्जशीट में सही से जांच नहीं करने व एक तरफा जांच करने का आरोप लगाकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। गुरुवार को याचिका पर सुनवाई हुई। अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता अनीस खान ने बताया कि उन्होंने एक दिसंबर को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अपील की थी। जिस पर गुरुवार को सुनवाई हुई। न्यायाधीश अल्का सरीन की अदालत में याचिका सुनी गई। इस दौरान दोनों पक्षों के अधिवक्ता मौजूद थे। अधिवक्ता अनीस ने आरोप लगाया कि पुलिस ने चार्जशीट दाखिल करने में बहुत जल्दी की है।
तीन महीने का समय होने के बावजूद पुलिस ने एक सामाजिक दबाव को देखते हुए बिना आरोपी पक्ष की जांच किए चार्जशीट दाखिल कर दी। उन्होंने यह भी कहा कि जांच करने के बाद पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि सुनवाई के दौरान अगर उन्हें कुछ सबूत मिलते हैं तो वह उसे चार्जशीट में जोड़ देंगे। ऐसे में उनकी जांच पर सवाल उठते हैं।
अधिवक्ता अनीस खान ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एफएसएल की रिपोर्ट आने से पहले ही दस लोगों की गवाही भी करवा दी। इस केस को जल्द से जल्द निपटाने की कोशिश हो रही है जबकि फास्ट ट्रैक कोर्ट में और भी मामले चल रहे हैं, जिनकी सुनवाई आराम से सही जांच के साथ हो रही है। इस मामले में अदालत ने पुलिस को मामले की डिटेल रिपोर्ट के साथ आने के लिए कहा है। अगली सुनवाई सात जनवरी 2021 को होगी।
निकिता तोमर हत्याकांड में बुधवार को अभियोजन पक्ष ने छह गवाहों को पेश किया। हालांकि कार्रवाई लंबी चलने के कारण केवल चार लोगों के ही बयान दर्ज हो पाए। बुधवार को हुई सुनवाई में सभी गवाहों को केवल कागजों को पूरा करने संबंधी बयान के लिए ही बुलाया गया था। इसमें दो कॉलेज के परीक्षा प्रभारी थे, जिन्होंने वारदात के दिन निकिता के कॉलेज में परीक्षा देने की पुष्टि की। इसके अलावा परीक्षा कर्मी थे, जिन्होंने दो साल पहले की अपहरण की वारदात की फाइल अदालत में पेश की, जिससे हत्या का कारण स्पष्ट हो सके।