केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि स्टार्ट-अप कंपनियां देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने वाली हैं। उन्होंने कहा कि देश में स्टार्ट-अप के लिए तैयार उपयुक्त माहौल में नए बिजनेस स्थापति किए जा रहे हैं। सरकार की तरफ से मिल रहे प्रोत्साहन व इनोवेशन के दम पर युवा उद्यमी नई योजनाओं को सफल बनाने में जुटे हैं। यह बात उन्होंने उद्योग संगठन फिक्की की 93वीं वार्षिक आमसभा में अपने संबोधन के दौरान कही।
टायर व रबर उद्योग का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा कि इस क्षेत्र में कारोबार की उन्नति की असीम संभावनाएं हैं। कच्चा माल तैयार करने की दिशा में सरकार रबर की खेती को बढ़ावा देने जा रही है। इस कार्य में निजी क्षेत्र के कारोबारियों की मदद ली जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टायर व रबर की तरह 24 अन्य सेक्टर की भी पहचान की गई है, जहां भविष्य के दृष्टिकोण से कारोबारी सफलता की अपार संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों के दम पर अगले 10 वर्षों में भारत का मैन्यूफैक्चरिंग कारोबार 200 लाख करोड़ रुपये के करीब बढ़ने का आकलन है।
‘बिल्डिंग ब्लॉक्स ऑफ द न्यू इंडिया’ सत्र को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि वर्तमान सरकार कारोबारी सुगमता की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसके लिए सरकारी विभागों से अनुमोदन प्राप्त करने के लिए सिंगल विंडो की व्यवस्था की जा रही है।
कारोबारियों व उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्पादन के स्तर व उसकी गुणवत्ता के आधार पर ब्रांड इंडिया का निर्माण करना है। इससे आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल करने में बड़ी मदद मिलेगी।