शनिवार को कर्नाटक में एपल आईफोन बनाने वाली फैक्ट्री विस्ट्रॉन (Wistron) में तोड़फोड़ हुआ था। इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। इस तोड़फोड़ से कंपनी को 437 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसकी जानकारी विस्ट्रॉन ने पुलिस को दी है। इस संबंध में कंपनी ने पुलिस और कर्मचारी विभाग में मामला दर्ज कराया है। कंपनी की ओर से लिखित शिकायत में कहा गया है कि शनिवार को हुई तोड़फोड़ से उसे करीब 437 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। शिकायत में कहा गया है कि कई लोगों ने आईफोन की चोरी भी की है और सबसे ज्यादा नुकसान आईफोन की चोरी से ही हुआ है। अन्य नुकसान फैक्ट्री की असेंबली लाइन में सामान की बर्बादी से हुआ है।
सरकार ने दिया आदेश तीन दिन के अंदर हो भुगतान
कर्नाटक सरकार ने विस्ट्रॉन से कहा है कि वह तीन दिनों के अंदर सभी कर्मचारियों के बकाया वेतन का भुगतान करे। श्रम मंत्री ए शिवराम हेब्बार ने कहा कि विस्ट्रॉन की कोलार इकाई में 8,900 लोगों की भर्ती के लिए कंपनी ने छह अलग-अलग कंपनियों की मदद ली है। इन मजदूरों के अलावा कंपनी में 1,200 स्थायी कर्मचारी थे। वहीं उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टार ने कहा कि यह तोड़फोड़ शायद विस्ट्रॉन, ठेकेदारों और कर्मचारियों के बीच गलतफहमी से हुई, क्योंकि जहां तक हमें जानकारी मिली है कि कंपनी ने ठेकेदारों को पेमेंट कर दिया है लेकिन ठेकेदारों ने कर्मचारियों को भुगतान नहीं किया है।
यह है पूरा मामला
कर्नाटक के कोलार जिले में नरसापुर औद्योगिक क्षेत्र है। यहां ताईवान की एक कंपनी विस्ट्रॉन एपल आईफोन बनाती है। इस कंपनी की फैक्ट्री के कर्मचारियों ने जमकर उत्पात मचाया। उन्होंने कांच के दरवाजे और कैबिन तोड़ डाले। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। कर्मचारियों ने फैक्ट्री में खड़े कुछ वाहनों को आग लगा दी। फैक्ट्री में पत्थरबाजी भी की। कंपनी के बोर्ड को भी आग के हवाले कर दिया।
कर्मचारियों ने लगाया यह आरोप
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें कई महीने से वेतन नहीं मिला। कंपनी बार-बार वेतन देने का आश्वासन देती रही, लेकिन उन्हें पैसे नहीं दिए गए। इससे उनका गुजारा मुश्किल हो गया है। ऐसे में कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने तोड़फोड़ कर डाली।
पुलिस ने हालात पर पाया काबू
कर्मचारियों के गुस्से को देखते हुए फैक्ट्री प्रबंधन ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने बल प्रयोग करके सभी उपद्रवियों को मौके से खदेड़ दिया। कंपनी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।