मध्यप्रदेश में जल्द ही उपभोक्ताओं को महंगी बिजली का करंट लगने वाला है। दरअसल घाटे में चल रहीं मध्यप्रदेश की पावर कंपनियों ने बिजली की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है। हालांकि बिजली कंपनियां पहले ही दरें बढ़ाना चाहती थीं, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण उनका प्रस्ताव मंजूर नहीं हो पाया था। लेकिन अब मध्यप्रदेश की पॉवर कंपनी ने बिजली की दरों को 9 फीसदी तक बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को भेजने की पूरी तैयारी कर ली है।
असल में साल 2020-21 में बिजली कंपनियों ने औसत 5.25 फीसदी दाम बढ़ाने की मंजूरी चाही थी, जिस पर मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग को फैसला लेना था। कोरोना संक्रमण और उपचुनाव की वजह से ये फैसला नहीं लिया जा सका। ऐसे में अब नए सत्र 2021-22 के लिए बिजली के दाम तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी संकेत दिए हैं कि राज्य में बिजली की दरों में इजाफा हो सकता है। बिजली की कीमतें बढ़ाने के सवाल पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि इसका अधिकार नियामक आयोग को है। प्रस्ताव पिछले साल का है जिस पर चर्चा की जा रही है।