राजनीति में उठा-पठक का दौर जीवन पर्यंत समाप्त नहीं होता। आमतौर पर देखा जाता है कि राजनेता अपनी अंतिम सांस तक राजनीति का मोह नहीं छोड़ पाता है। वे कुछ विरले ही होते हैं, जो एक समय के बाद राजनीति का त्यागकर सामान्य जीवन जीना पसंद करते हैं, लेकिन उनकी गिनती नहीं के समान ही है।
विश्व में भारत ऐसा देश है, जहां पर राजनीतिक सेवानिवृत्ति नहीं होती। जो जितना चाहे, तब तक राजनीतिक जीवन व्यतीत करता है। बड़ी बात यह है कि देश में राजनीतिक पार्टियां भी वयोवृद्ध होने के बावजूद ऐसे लोगों को आराम का सलाह नहीं देती। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने इस परंपरा को नई दिशा दी है कि 70 के बाद पद नहीं दिए जाने का फैसला लिया है।
इस बीच एक बड़ी खबर मध्यप्रदेश से निकलकर सामने आ रही है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक पार्टी मीटिंग के दौरान अपने घर बैठने की बात कही। हालांकि उन्होंने जिस तल्ख अंदाज में अपनी बातों को रखा है, उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वे किसी खींझ में बात कह रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पर्याप्त काम कर चुके हैं, जो पाना था वे प्राप्त कर चुके हैं और जितना काम उन्होंने किया है, शायद ही किसी ने किया होगा, लेकिन अब वे घर बैठने के लिए तैयार हैं।
https://twitter.com/LokendraParasar/status/1338376577847967745?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1338376577847967745%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Ftcp24.news%2F2020%2F12%2F14%2Fvideo-do-E2808BE2808Bkamalnath-want-to-stay-away-from-politics-bjp-did-video-viral%2F