बीते कुछ सालों से साधु-संतों का छद्म वेष धारणकर पाखंडी लोग कई तरह के अवैध कारोबार को लगातार अंजाम दे रहे हैं। मासूमों को तरह-तरह का डर दिखाकर उनके मेहनत की गाढ़ी कमाई को हथियाने से लेकर महिलाओं की अस्मत लुटने तक का खेल धड़ल्ले से जारी है। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से सामने आया है।
जानकारी के मुताबिबक एक पाखंडी ने खुद को संत बताकर अपने साथियों के साथ मिलकर महिला भक्त को 12 दिनों तक बंधक बनाकर रखा और उसके साथ दुष्कर्म किया। अब तीनों आरोपी फरार हो गए हैं। किसी तरह महिला ने थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कराया। आरोपी बाबा की तलाश में पुलिस ने आज सुबह 5.30 बजे कुछ ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका।
गांधीनगर पुलिस के अनुसार 30 वर्षीय महिला का पति प्राइवेट जॉब करता है। महिला का कहना है कि छोला मंदिर थाना इलाके के प्रेम नगर में श्यामलाल नाम का बाबा रहता था। वह अपने आप को संत बताता था। इसी कारण वह उससे जुड़ गई थी। इसी 2 दिसंबर को बाबा का शिष्य तेजू उसे अपने साथ बहला-फुसलाकर प्रेम नगर ले गया। जहां उसने उसे विजय के हवाले कर दिया।
विजय ने प्रेम नगर ले जाकर एक मकान दिखाया और मकान मालिक को मुझे पत्नी बताते हुए किराए पर मकान लिया। मेरे मना करने पर उन्होंने कहा कि अगर मुंह खोला, तो वह उसे और उसके दोनों बच्चों को जान से मार देंगे। इसके बाद उसे उस घर में बंधक बना दिया। महिला ने आरोप लगाया कि 7 और 12 दिसंबर को श्यामलाल ने उसके साथ दुष्कर्म किया। वह विरोध करती रही, लेकिन आरोपियों की धमकी के कारण वह चुपचाप रही। सोमवार दोपहर वह किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर वहां से भाग निकली।
देर रात थाने पहुंची महिला की शिकायत पर पुलिस ने तेजू, विजय और श्यामलाल पर मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने अपहरण, जान से मारने की धमकी देने और दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मंगलवार सुबह कुछ ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी हाथ नहीं लगे। पुलिस को आशंका है कि हो सकता है कि श्यामलाल ने इसी तरह कुछ और महिलाओं का भी शारीरिक शोषण किया होगा। हालांकि अब तक कोई सामने नहीं आया है। अब पुलिस बाबा की कुंडली खंगाल रही है। पुलिस उसके मूल निवास की भी जानकारी निकालने में लग गई है