रायपुर। केन्द्र सरकार के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी किसान आंदोलन जारी है। एक ओर जहाँ पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में छत्तीसगढ़ के किसानों का रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पर क्रमिक अनशन जारी है। छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ के आंदोलनकारी मंगलवार को भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर भड़के हुए थे। अग्रवाल ने सोमवार को किसान आंदोलन को टुकड़े-टुकड़े गैंग बताया था।
अनशन के दूसरे दिन अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के राज्य सचिव तथा छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही, किसान सभा के सदस्यगण ललित कुमार, हरख राम, जहुरराम, ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के संयोजक विश्वजीत हारोडे उपवास पर रहे। तेजराम विद्रोही ने कहा, केन्द्र सरकार की कॉर्पोरेट परस्त व किसान, कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी नीतियों को समझकर ही किसान सड़क पर विरोध कर रहे हैं। केंद्र सरकार इसे विपक्षी पार्टियों की साजिश और किसानों को भ्रमित बताकर किसानों की मुख्य चिंताओं से मुंह फेर रही है।
विद्रोही ने कहा, भाजपा के नेता आंदोलनकारी किसानों और संगठनों को खालिस्तानी, टुकड़े-टुकड़े गैंग, कुकुरमुत्ते की तरह उग आए किसान संगठन आदि का नाम देकर बदनाम कर रहे हैं। भाजपा ऐसा करके शांतिपूर्ण किसान आंदोलन को तोड़ने का कोशिश कर रही है। विश्वजीत हारोडे ने कहा, पूर्व कृषिमंत्री बृजमोहन अग्रवाल का बयान निंदनीय है। उन्होंने कहा, भाजपा-आरएसएस खुद ही देश की सार्वजनिक संपत्ति को एक-एक कर कॉर्पोरेट घरानों को बेच रहे हैं।
हारोड़े ने कहा, विरोध की आवाज को दबाने के लिए टुकड़े-टुकड़े गैंग कहकर बदनाम करना ही भाजपा-आरएसएस की नीति है। उनका कहना था, कृषि कानून के संबंध में विधेयक लाने के समय से ही किसान इसका विरोध कर रहे हैं। लेकिन अभी तक सरकार उसको हल्के में लेती रही है। छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ के क्रमिक अनशन को सौरा यादव, ललित कुमार, सतीश त्रिपाठी, रूपन चन्द्राकर, लक्ष्मी नारायण चन्द्राकर, डॉ संकेत ठाकुर आदि ने भी संबोधित किया।
सिक्ख समाज का भी मिला समर्थन
किसानों के आंदोलन को समर्थन देने सिक्ख समाज का प्रतिनिधिमंडल भी धरना स्थल पहुंचा। छत्तीसगढ़ सिक्ख समाज के मनमोहन सिंह सैलानी, दलेर सिंह खालसा, गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा जी, सुखदेव सिंह सिद्दू, रायपुर-बस्तर परिवहन संघ, ज्ञानी बलजिंदर सिंह, ट्रक मालिक संघ के प्रतिनिधि भी किसानों के बीच पहुंचे और आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी की।
स्वाभिमान पार्टी भी आई साथ
स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सतीश कुमार त्रिपाठी और कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसान आंदोलन का समर्थन किया। त्रिपाठी ने कहा, किसानों की मांग बिल्कुल जायज है। केंद्र सरकार को किसानों की मांग स्वीकार करते हुए तीनों कानूनों को निरस्त कर देना चाहिए।