- शहीद असिस्टेंट कमांडेंट विकास सिंघल का पैतृक गांव पचेंडा में हुआ अंतिम संस्कार
- बेटे ने दी मुखाग्नि, शहीद की बीबी ने कहा – पति की जगह सरकार मुझे दे, नक्सल के खिलाफ लडूंगी जंग
- अपनी जान देकर 10 जवानों की बचाई जान
- सुकमा के IED ब्लास्ट में शहीद हुए CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट विकास सिंघल
मुजफ्फरनगर। छत्तीसगढ़ में सुकमा के IED ब्लास्ट में शहीद CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट विकास सिंघल का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैतृक गांव मुजफ्फरनगर के पचेंडा लाया गया। यहां अंतिम दर्शन के बाद जब एक साल के बेटे ने मां की गोद से पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी तो सभी की आंखें नम हो गई। लोग विकास के अमर होने का घोष करने लगे। शहीद की पत्नी पान सिंघल ने कहा- ” मेरे पति ने अपनी जान गंवाकर अपने 12 साथियों की जिंदगी बचाई है। सरकार भले ही मुआवजा दे रही है, लेकिन विकास की भरपाई नहीं होगी। मैं चाहती हूं कि CRPF मुझे मौका दे। मैं छत्तीसगढ़ में अपने पति की पोस्ट पर जाकर नक्सलवाद के खिलाफ जंग लड़ूंगी। पति की शहादत का बदला लूंगी।”