जशपुर। प्रदेश में कांग्रेस के खिलाफ सबसे बड़े योद्धा भाजपा के नेता दिवंगत कुमार दिलीप सिंह जूदेव के बेटे युद्धवीर सिंह के एक बयान ने भाजपा नेताओं के कान खड़े कर दिए हैं। युद्धवीर के बयान के बाद ना केवल भाजपा बल्कि प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई है। पूर्व विधायक जूदेव ने भाजपा को जहां व्यापारियों की पार्टी कह दिया है, तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तारीफ में कसीदे गढ़ें हैं। युद्धवीर का कहना है कि सही मायने में संघर्ष क्या होता है, उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से देखा और सीखा है।
इतना ही नहीं, पूर्व विधायक युद्धवीर ने यह भी कहा कि प्रदेश में भाजपा को ऊर्जावान नेतृत्व की जरुरत है, पर उन्हें पार्टी में ऐसा कोई भी चेहरा नजर नहीं आता, जिस पर भरोसा किया जा सके। यह पहली बार नहीं है, जब युद्धवीर ने पार्टी लाइन को दरकिनार करते हुए अपनी बात रखी है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में जबकि प्रदेश में भाजपा, भूपेश सरकार के खिलाफ रणनीति बना रही है, तब युद्धवीर का पार्टी लाइन से हटकर बयान देना सियासी हलचल को तेज करने के लिए पर्याप्त है।
सरगुजा-जशपुर इलाके में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दौरे पर थे और विकास कार्यों की सौगात देने में साल की विदाई से ठीक पहले एक प्रकार से उन्होने पिटारा खोल दिया। इस बीच जूदेव के बयान ने भाजपा की बोलती बंद कर दी है। लेकिन पार्टी इस क्षेत्र में जूदेव परिवार का वजूद देखकर कोई एक्शन लेने के मूड में नहीं हैं, भले ही जूदेव स्वंय होकर पार्टी छोड़ते हैं,तो बोलने को नहीं होगा। शायद इसी का दोनों पक्ष इंतजार कर रहे हैं। बहरहाल जूदेव के बयान ने सरगुजिया ठंड में गरमाहट ला दी है।