रायपुर। राजधानी पुलिस ने बीती रात तीन गांजा तस्करों को धर दबोचा है। इनके पास से 21 किलो गांजा बरामद किया गया है। पुलिस को गुमराह करने के लिए ये तस्कर अपनी कार को इस तस्करी में इस्तेमाल किया करते थे। गिरफ्तार युवकों में से एक ओडिशा का रहने वाला है। पुलिस को पता चला है कि ओडिशा का कोई बड़ा गिरोह इनके पीछे हो सकता है, जो छत्तीसगढ़ के शहरों में गांजे की सप्लाई में लगा हो। सभी पहलूओं की जांच की जा रही है। रायपुर पुलिस ने नशे के कारोबार के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन छेड़ रखा है।
पहले किया जरूरी काम का बहाना
आमानाका थाने की पुलिस को इनपुट मिला था कि कुछ लोग दुर्ग की ओर गांजा लेकर जा रहे हैं। पुलिस ने रिंग रोड के टाटीबंध इलाके में नाकेबंदी कर रखी थी। हर वाहन की जांच की जा रही थी। इसी बीच तस्करों की कार वहां से गुजरी। गाड़ी को रोककर पुलिस ने पूछताछ की। आरोपियों ने कहा कि वो बेहद जल्दी में हैं, पुलिस उन्हें परेशान ना करे, जरुरी काम से वो दुर्ग जा रहे हैं।
बोरियों में भर रखा था
कार की जांच में तीन बोरियों में भरा गांजा निकला। कार में सवार महासमुंद निवासी सुर्यकांत नाग, ओडिशा के बलांगिर जिले का उमेश मनहीरा, कांकेर निवासी धीरेंद्र मिश्रा को पुलिस अपने साथ थाने ले आई। महासमुंद जिले की सीमा ओडिशा से जुड़ती है। इससे पहले भी यहां ओडिशा के लोग गांजे के साथ गिरफ्तार हो चुके हैं। दुर्ग में कहां गांजे की डिलवरी थी और कहां से इन युवकों को भारी मात्रा में गांजा मिला इसकी छानबीन फिलहाल जारी है।