सुनने में भले ही अटपटा लगेगा, लेकिन यह वास्तविकता है। वाराणसी में पीएम मोदी के संसदीय कार्यालय को बेचने की बकायदा बोली लगा दी गई थी और ग्राहकों की तलाश हो रही थी। इससे पहले पुलिस ने मामले पर संज्ञान लिया और आनन-फानन में आरोपियों को धर दबोचा। दरअसल, यह एक फ्राड गैंग है और पीएमओ बेचने के नाम पर ठगी की तैयारी हो रही थी।
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय जनसंपर्क कार्यालय को OLX पर बेचने के आरोप में भेलुपुर पुलिस ने शुक्रवार को चार आरोपियों को हिरासत में लिया है। ऑनलाइन प्लेटफार्म पर साढ़े 7 करोड़ में जवाहर नगर स्थित कार्यालय की चार फोटो रजनीकांत ओझा द्वारा अपलोड की गयी थी। एसएसपी अमित पाठक ने गुरुवार को ही आरोपियों को पकड़ने का आदेश दे दिया था।
SSP अमित पाठक ने बताया कि गुरुवार को मामला संज्ञान में आया था। भेलुपुर थाने में केस दर्ज कर चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। जिस व्यक्ति ने फोटो खींचकर OLX पर डाला था, उसे भी पकड़ लिया गया है। सभी से पूछताछ की जा रही है।
विज्ञापन में संसदीय जनसंपर्क कार्यालय को दो मंजिला और चार कमरे का बताया गया है। कुल एरिया 6500 स्क्वायर फीट है। प्रोजेक्ट का नाम PMO लिखा गया है। शहर में इसके विज्ञापन के पोस्ट होने से खूब चर्चा रही और फोटो भी वायरल हुई।