किसानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के किसानों के लिए उनकी सरकार ने जिन कानूनों को पारित कराया है, वह रातों-रात लाया गया कानून नहीं है। इसके लिए बीते 20-25 साल से चर्चा होती रही है। कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब भी इस कानून को लाने की तैयारी थी, लेकिन उन्हें इस बात का भय सता रहा था कि सरकार गिर जाएगी। वे सत्तालोभी लोग थे, जो किसानों के हित को तब भी नहीं समझ पाए और आज भी नहीं समझ पा रहे हैं, इसलिए किसानों को भ्रमित करने लगातार प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राकृतिक आपदाओं के कारण MP के किसानों को नुकसान हुआ, आज 35 लाख किसानों के खातों में 1600 करोड़ रुपये ट्रांसफर हो रहे हैं. ऐसे में कोई बिचौलिया नहीं है, सीधे सरकार से किसानों को मदद की जा रही है. पीएम मोदी ने कहा कि आज किसान क्रेडिट हर किसी को मिल रहा है, इससे किसानों को कर्ज के मामले में कुछ आसानी हुई है.
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे क्रेडिट मत दो, आपके पुराने घोषणापत्रों को क्रेडिट देता हूं. मैं किसानों को भला चाहता हूं, आप किसानों को भ्रमित करना छोड़ दें. ये कानून लागू हुए 6 महीने से अधिक वक्त हो गया, लेकिन अचानक विपक्ष ऐसे मुद्दे को उठा रहा है. किसानों के कंधे पर बंदूक रखी जा रही है.
मुझे लगता है कि उनको पीड़ा इस बात से नहीं है कि कृषि कानूनों में सुधार क्यों हुआ।
उनको तकलीफ इस बात से है कि जो काम हम कहते थे लेकिन कर नहीं पाते थे, वो मोदी ने कैसे किया, मोदी ने क्यों किया।
– पीएम @narendramodi #ModiWithFarmers pic.twitter.com/7SOhNvPMVO
— BJP (@BJP4India) December 18, 2020
पीएम ने कहा कि जिनकी राजनीतिक जमीन खिसक गई है, आज वो किसानों को डरा रहे हैं कि उनकी जमीन चली जाएगी. पीएम मोदी बोले कि जो लोग आज आंसू बहा रहे हैं, उन्होंने आठ साल तक स्वामीनाथन रिपोर्ट को दबाए रखा. इन्होंने किसानों पर खर्च नहीं किया.
पीएम मोदी बोले कि हमने किसानों को डेढ़ गुना MSP दिया. कांग्रेस द्वारा की गई कर्जमाफी सबसे बड़ा धोखा है, MP में भी चुनाव के वक्त 10 दिन में कर्ज माफ करने की बात कही, लेकिन नहीं किया. राजस्थान में भी ऐसा ही हुआ. पीएम मोदी ने कहा कि कर्जमाफी की बात करते हैं, लेकिन छोटे किसानों के बारे में नहीं सोचते हैं.