अकलतरा- एक बेरहम पिता ने पोलियोग्रस्त 5 साल की बेटी को मरने के लिए स्टेशन पर छोड़ दिया। मासूम को पिता ट्रेन से बिलासपुर से अकलतरा लेकर आया और स्टेशन में छोड़ते हुए ये कहा कि ट्रेन आए तो पटरी पर सो जाना। पोलियोग्रस्त मासूम चलने में पूरी तरह असमर्थ थी। प्लेटफार्म पर कुछ लोगों की नजर बच्ची पर पड़ी। जब बच्ची से लोगों ने सवाल किया तो उन्हें पता चला कि उसके पिता ने उससे कहा कि ट्रेन के आगे सो जाना। लिहाजा तत्काल आरपीएफ को इसकी सूचना दी गई। मासूम ने अपना निवास बिलासपुर बताया है, तो जिले के अधिकारियों ने वहां संपर्क किया है।
RPF ने चाइल्ड लाइन टीम को मौके पर बुलाया
आरपीएफ को सूचना मिलने के बाद उन्होंने चाइल्ड लाइन को मौके पर बुलाया। हेल्प एंड हेल्पस समिति को बच्ची ने बताया किकि उसके पिता उसे रेलवे स्टेशन में छोड़कर चले गए हैं। पिता उसे बिलासपुर से लाए हैं। बच्ची को जिला के बाल कल्याण समिति के सदस्यों के सामने पेश किया किया गया। समिति के आदेश पर उसे टीम के संरक्षण में मातृ छाया जिला कोरबा भेजा गया है। इस नेक काम में चाइल्ड लाइन 1098 के डायरेक्टर शिवशंकर साहू, समन्वयक निर्भय सिंह,अन्नपूर्णां साव, टीम मेम्बर जोहित कश्यप, नरेन्द्र चन्द्रा, रविकांत साहू भूपेश कश्यप, प्रभा गढेवाल, कमलेश साव, गोवर्धन कश्यप और आरपीएफ जवान पुरुषोत्तम शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान है।
बच्चे को रख नहीं सकते हैं तो परवरिश के लिए हमें सौंप दें
“पोलियो से पीड़ित पांच साल की मासूम अकलतरा रेलवे स्टेशन में थी। उसने बताया कि उसके पिता उसे छोड़कर गए हैं और जाते समय बोले थे कि ट्रेन आए तो पटरी पर सो जाना। सरकार ने व्यवस्था बनाई है कि कोई अपने बच्चे को रखने में असमर्थ है तो वह बाल संरक्षण इकाई में छोड़ दें।”
–गजेंद्र जायसवाल, जिला बाल संरक्षण अधिकारी