साल 1979 में बनी हिन्दी फिल्म “जानी दुश्मन” की पूरी कहानी दुल्हनों के ईर्द-गिर्द घुमती रही। इस फिल्म में दुल्हन की डोली लूट ली जाती थी और दुल्हन गायब हो जाती थी। कुछ इस तरह की वारदात राजस्थान में भी हो रही है। जिसकी वजह से लोग दहशत में हैं और अब शादी से कतराने लगे हैं। आलम यह है कि दुल्हनों को अगवा करने से दुखी लोगों ने चोरी छिपे रात को शादियां करना शुरू कर दिया। अब दोबारा से कुछ लोग दुल्हन को अगवा करने की घटनाएं बढ़ गई हैं।
- सीकर के नीमकाथाना में दो बहनें शादी के अगले दिन दुल्हन बन पति के साथ ससुराल जा रही थी। इस दौरान उनकी कार पर कुछ बाइक सवार बदमाशों ने हमला कर दिया। हमलावर की मंशा एक दुल्हन के अपहरण करने की थी, लेकिन कार चालक की वजह से बदमाश मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए।
- इसी तरह दौसा जिले के चांदसेन गांव में चंदा महावर की शादी तय थी। शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी, शादी के दिन मंडप सजा था। दुल्हन मेकअप के लिए भाभी के साथ ब्यूटी पार्लर जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में गांव का ही लोकेश गुर्जर साथी के साथ बाइक पर आया। भाभी को धक्का देकर दुल्हन को बाइक पर लेकर फरार हो गया।
- उदयपुर के हिरणमगरी थाना इलाके में तो शादी के एक दिन बाद ही दुल्हन का अपहरण हो गया। हालांकि पुलिस ने इस मामले में देहरादून से दुल्हन को छुड़ा लिया और अपहरण करने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया था।
- सीकर के धोद इलाके के नागवा गांव में भी विदाई के बाद रास्ते में कार रोक कर दुल्हन का अपहरण कर लिया गया था। यहां पर भी दो बहनों की शादी थी। शादी के बाद दोनों दुल्हन एक कार से ही ससुराल जा रही थी। ससुराल से चार किलोमीटर दूर रामबक्शपुरा स्टैंड के पास डंडे और सरिया से लैस बदमाशों ने हमला कर एक दुल्हन का अपहरण कर लिया था।
- बांसवाड़ा के सवनिया ग्राम पंचायत में पादरापाड़ा गांव में तो दिन में ही फेरों से पहले दुल्हन का अपहरण हो गया। खमेरा सीआई भैयालाल आजना ने बताया कि लड़की पहले से ही शादी से इनकार कर रही थी, जिसके साथ शादी करना चाह रही थी, उसी ने दुल्हन का अपहरण कर लिया।