दादी के साथ जा रही 12 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। बच्ची को चार युवक खेत में खींच ले गए और गैंगरेप की घटना हो अंजाम दिया। ये घटना हापुड के कोतवाली गढ़ के गांव का है। पीड़ित परिवार ने घटना की जानकारी कोतवाली में दी। पुलिस ने लड़की को मेडिकल के लिए भेज दिया और आरोपियों की तलाश में दबिश दी। वहीं आरोप है कि पीड़िता भाई को आरोपी पक्ष के गांव वालों ने तीन घंटे तक बैठाए रखा और पंचायत में फैसले का दबाव बनाया गया।
जानकारी के अनुसार कोतवाली के गांव में शनिवार दोपहर 1 बजे दादी-पोती जंगल में बींड काटने के लिए गई थी। बताया जाता है कि दादी जंगल में आगे चल रही थी जबकि 12 वर्षीया पोती पीछे चल रही थी। इसी दौरान बच्ची पीछे से लापता हो गई, दादी आधा घंटे तक अपनी पोती को आवाज मारते हुए तलाशती रही लेकिन कुछ पता नहीं लगा।
इसी दौरान नाबालिग बच्ची का भाई भी बींड लेने जंगल पहुंच गया। उसने खेत में कुछ युवकों भागते देखा, जबकि बहन नग्नावस्था में बेहोश पड़ी थी। वह युवकों के पीछे दौड़ता हुआ पड़ोस के गांव पहुंच गया, जहां तीन घंटे तक उसके भाई को बैठाए रखा और पंचायत में फैसले का दवाब बनाया जाता रहा। परिवार रात को 9 बजे थाने पहुंचा और चार युवकों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।
इधर, पंचायत भी आरोपियों के पक्ष में
पीड़िता के परिवार वालों ने बताया कि आरोपी दूसरे वर्ग के हैं। चार घंटे तक फैसले का दबाव बनाते रहे। बताया कि उन्हें धमकी दी गई कि बदनामी हो जाएगी। साथ ही इसको तीन साल के लिए जेल जाना पड़ेगा, क्योंकि हम पुलिस से कह देंगे कि झूठा आरोप लगा रही है। इसके अलावा पैसे का भी लालच दिया गया। मामला जब विधायक तक पहुंचा तो उनका प्रतिनिधि राजदीप थाने पहुंचा, जहां पर मोहित गुप्ता, नगर अध्यक्ष अंकुर त्यागी, सोनू दिनेश गर्ग, सोनू आढ़ती कैलाशी, विक्रम सिंह आदि एकत्र हो गए।