दुर्ग। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि समाज में सबकी भागीदारी से समाज का विकास होता है। समाज में समाजिक समरसता आती है। समाज एक गंगा की तरह है जो सबको साथ लेकर चलती है और सबके कल्याण का रास्ता निकालती है। यह बात उन्होंने विकासखंड धमधा के ग्राम पाहरा में आयोजित छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के 75 वां अधिवेशन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के स्वप्न देखने वाले पुरखे छत्तीसगढ़ के विकास की कल्पना संजोए थे। सरकार उन सपनों को साकार करने का काम कर रही है। राज्य की सांस्कृतिक विरासत को सहेज रही है। गांव से लेकर विधानसभा और मंत्रालय में आज छत्तीसगढ़ी में बात करने में कोई भी संकोच नहीं करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गोधन योजना से रोजगार और आय के नए स्त्रोत निकले है। वे लोग जिसके पास कोई रोजगार नहीं होता था, वे भी गोबर बेचकर रोजगार के साथ लाभ कमा रहे हैं। महिला समूह आत्मनिर्भर बन रही है। प्रदेश में धान से एथेनॉल बनाने की दिशा में प्रोजेक्ट तैयार हो रहा है। जिससे प्रदेश के लोगों के लिए नए रोजगार का सृजन होगा। लोगों के लिए आमदनी का जरिया बढ़ेगा और आत्मनिर्भर प्रदेश का निर्माण होेगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर ग्राम पाहरा में सामाजिक भवन निर्माण के लिए 30 लाख रुपए की घोषणा की। साथ ही लिमाही चौक ग्राम बहेरा में सर्व समाज के लिए सामाजिक भवन के लिए 50 लाख रूपये की घोषणा की। इसके साथ ग्राम पाहरा में स्कूल भवन की मरम्मत के लिए जो भी प्रस्ताव बनाया जाएगा, वह स्वीकृत होगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि समाज में अनेक काम होते हैं जो समाज को एक दिशा देते हैं। इन सबके बीच समाज और परिवार में संस्कारों के लिए भी प्रयास और काम होना चाहिए। इससे आने वाली पीढ़ी न केवल अपनी सामाजिक, सांस्कृतिक विरासत को समझेगी, साथ ही साथ सामाजिक कुरीतियों से भी छुटकारा मिलेगा। समाज के संस्कारवान होने से समाज का सही मायने में विकास होगा। इस अवसर पर मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।