अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च मिलिट्री सम्मान लीजन ऑफ मेरिट से सम्मानित किया गया। मोदी को यह अवॉर्ड भारत-अमेरिका के रणनीतिक रिश्ते बढ़ाने के लिए दिया गया। मोदी की तरफ से यह सम्मान अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने स्वीकार किया।
ट्रम्प की तरफ से यह मेडल अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ’ब्रायन ने दिया। अमेरिका का यह अवॉर्ड किसी देश या सरकार के प्रमुख को ही दिया जाता है। मोदी के साथ यह अवॉर्ड जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन को भी दिया गया।
अवॉर्ड देने की ये वजहें
भारत के लिए अमेरिका की तरफ से कहा गया कि मोदी की अगुआई में उनका देश ग्लोबल पावर बन रहा है। साथ ही भारत के प्रधानमंत्री ने अमेरिका के साथ स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप बढ़ाने और वैश्विक चुनौतियों को सामना करने में अहम भूमिका निभाई। आबे को यह सम्मान प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने के साथ उसे मुक्त रखने और मॉरीसन को ग्लोबल चैलेंजेस से कामयाबी से निपटने के लिए दिया गया।
78 साल पहले शुरू हुआ था
अमेरिकी संसद (कांग्रेस) ने 20 जुलाई 1942 को लीजन ऑफ मेरिट मेडल को शुरू किया था। यह अवॉर्ड अमेरिकी सैनिकों के अलावा विदेश के उन सैनिकों और राजनेताओं को भी दिया जाता है, जिन्होंने असाधारण सेवाएं दी हों।
मोदी को 4 सालों में मिले सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी को 2016 में ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद (सऊदी अरब), 2016 में ही स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमीर अमानुल्ला खान, 2018 में ग्रेंड कलर ऑफ द स्टेट ऑफ पेलेस्टाइन (फिलिस्तीन) अवॉर्ड, 2019 में ऑर्डर ऑफ जायद अवॉर्ड, 2019 में ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू (रूस) और इसी साल ही ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रूल ऑफ निशान इजुद्दीन (मालदीव) से सम्मानित किया गया।