नई दिल्ली । कोरोना का कहर पूरी दुनिया में अभी भी जारी है। 8 दिसंबर को ब्रिटेन में वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई थी। ऐसा माना जा रहा था कि अब कोरोना वायरस पर काबू पा लिया जाएगा। लेकिन तभी वायरस ब्रिटेन में अपने एक और नए स्वरूप के साथ सामने आ गया। कोरोना के इस नए स्ट्रेन की वजह से ब्रिटेन में कई जगहों पर फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है।
स्ट्रेन की वजह से ब्रिटेन में कई जगहों पर फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है। इसके अलावा, उन जगहों पर क्रिसमस के सेलिब्रेशन पर भी रोक लगाई गई है।चौथे चरण के तहत, लोगों को अपने घर के बाहर किसी भी अन्य व्यक्ति से मिलने-जुलने पर रोक रहेगी।
यह रोक क्रिसमस के दौरान भी लागू रहेगी। इसके अलावा, जिन क्षेत्रों में हल्के प्रतिबंध लागू हैं, वहां भी क्रिसमस के दौरान केवल 25 दिसंबर के दिन तीन परिवारों को एकत्र होने की छूट रहेगी। हालांकि, यह छूट अब पांच दिन के लिए नहीं होगी।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने चेतावनी दी है कि लंदन महीनों तक लॉकडाउन के अधीन रह सकता है क्योंकि टीकाकरण शुरू होने तक कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रामक होने के कारण उसे काबू में रखना बहुत मुश्किल होगा। मैट हैनकॉक ने कहा है कि टियर-4 इलाकों में रहने वाले लोगों को इस तरह से व्यवहार करना चाहिए कि उनके पास वायरस हो सकता है। यही एकमात्र तरीका है, जिससे हम इसे नियंत्रण में रख सकते हैं। स्थिति बहुत गंभीर है और वायरस के नए प्रकार ने इसे और अधिक कठिन बना दिया है।
स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने कहा कि हमें नए संस्करण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए सभी अलग-अलग उपाय अपनाने होंगे। पुराने संस्करण के कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए यही मूलभूत समस्या रही। हैनकॉक ने ऐसे लोगों की भी आलोचना की जो चौथे चरण के लॉकडाउन लागू करने से पहले लंदन से फरार हो गए, यह पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना हरकत है।