राजस्थान के 1.65 करोड़ लोगों को सबसे पहले कोरोना का टीका लगेगा। इसके लिए 5 श्रेणियां बनाई गई हैं। इसमें 1.58 करोड़ लोग 50 वर्ष से अधिक आयु के शामिल हैं। 3.5 लाख डाक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल से जुड़े हैं।
करीब 1.5 लाख पुलिसकर्मी, आरएसी, होम गार्ड्स और आर्म्स फोर्सेज से जुड़े होंगे। करीब 2 लाख कर्मचारी अरबन और ग्रामीण निकायों से जुड़े होंगे। को-मोरबिड बच्चों के सर्वे व संख्या पता करने के लिए भी राज्य ने केंद्र को पत्र लिखा है। शहरी-ग्रामीण निकायों के कर्मचारियों की सटीक गणना और कैटेगरी के लिए केंद्र को पत्र लिखा गया है। इन दोनों पत्र में इन कैटेगरी का कैसे सर्वे करना है और किन लक्षण वालों को शामिल किया जाना है, इस पर निर्देश मांगे हैं।
देश में कुल 30 करोड़ लोगों को लगने हैं टीके यानी 5.5ः राजस्थान में ही लगेंगे
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि देश में कुल 5.5 प्रतिशत टीके राजस्थान के लोगों को लगाए जाएंगे। पूरे देश में 30 करोड़ टीके लगाने का फिलहाल प्लान फाइनल हो रहा है। हमने राजस्थान में तीन कैटेगरी के लोगों की लगभग संख्या निर्धारित कर दी है कि किनको वैक्सीन लगेंगे। यह संख्या करीब 1.65 करोड़ है। बाकी पर काम जारी है।
बच्चों का होगा सर्वे…फिर टीके पर फैसला
ऐसे बच्चे जिन्हें कोरोना हुआ। उनकी रिपोर्ट बाद में निगेटिव आ गई। लेकिन अब भी कोरोना इंफेक्शन के कारण मंदबुद्धि और लकवा जैसे 1 या 1 से अधिक डिसऑर्डर दिखाई दे रहे हैं। इनकी गणना कैसे की जानी है और संख्या के निर्धारण को लेकर केंद्र को पत्र लिखकर स्पष्ट निर्देश मांगे हैं।
देश में बन रही वैक्सीन को अगले हफ्ते मंजूरी संभव
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) को अपनी वैक्सीन कोविशील्ड का तीसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल डेटा सौंप दिया है। भारतीय नियामक अब इस डेटा का अध्ययन कर रहा है। सीडीएससीओ सूत्रों के अनुसार ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन के आपात इस्तेमाल पर ब्रिटेन में सोमवार को बैठक होनी है। वहां मंजूरी मिली तो करीब एक हफ्ते में भारत में भी इसे आपात मंजूरी मिल सकती है।