बीते 17 दिसंबर को दहेगाम तहसील के काठी गांव के पास से गुजरने वाली नर्मदा नहर से एक महिला का शव बरामद हुआ था। शिनाख्त के बाद पता चला था कि शव अहमदाबाद की रहने वाली निमिषाबेन राठोड़ का है। वहीं पोस्टमॉर्टम में खुलासा हुआ था कि सिर पर पहले किसी भारी छेज से मृतका पर हमला किया गया उसके बाद लाश को नहर में फेंक दिया था। अब पुलिस ने उसी मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करते हुए मृतका की ननद और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है।
निमिषाबेन अहमदाबाद के अम्बिकानगर में अपने परिवार के साथ रहती थी। पड़ोसियों के मुताबिक, अम्बिका व उसकी ननद के बीच रोज़ किसी न किसी बात पर नोंक-झोंक होती रहती थी। वहीं निमिषा के भी अपने पति से अच्छे संबंध नहीं थे। इन्ही सब कारणों के चलते वह अलग रहना चाहती थी और प्रॉपर्टी में हिस्सा मांग रही थी। बस इसी बात से ख़फ़ा होकर ननद अंजना ने भाभी हत्या की योजना बनाकर अपने जान-पहचान के एक शख्स को भाभी की हत्या करने लिए 50 हज़ार की सुपारी दे डाली।
हत्या की योजना के अनुसार, अंजना यह जानती थी कि निमिषा को हाईबीपी (उच्च रक्तचाप) की समस्या है इसलिए उसने 16 दिसंबर को एक पेय पदार्थ में बीपी की दवाई का हाईडोज मिलकर दे दिया। जब निमिषा बेहोश हो गई तो उसने राजू को बुलाया और प्लान के मुताबिक़ नर्मदा नहर में फेंकने के लिए गए। लेकिन तभी निमिषा को होश आ गया तो राजू ने हड़बड़ी में पत्थर उठा कर निमिषा के सिर पर दे मारा और शव को कैनाल में फेंक दिया।
शव मिलने के बाद पुलिस को शक था कि इस हत्या में किसी न किसी परिचित का हाथ तो जरूर है। पुलिस को जांच में पता चला कि निमिषा का अक्सर उसकी ननद अंजना से झगड़ा होता रहता था, साथ ही साथ प्रॉपर्टी विवाद की बात भी सामने आई। इस सबके बाद पुलिस हिरासत में अंजना ने सारे राज खोल दिए और उसी के बयान के आधार पर पुलिस ने राजू को भी गिरफ्तार कर लिया।