आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे फार्म हाउस के बारे में जहां बकरे पाले जाते हैं। बकरों को देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। इनकी खासियत ही कुछ ऐसी है कि लोग खींचे चले आते हैं। बकरों की कहानी सुन लोगों को यकीन करना मुश्किल होता है। ऐसे में अपनी आंखों से सच्चाई देखने लोग इस फॉर्म हाउस में आते हैं। बुरहानपुर के इस सरताज फॉर्म हाउस में कुछ विशेष प्रकार के 6-7 बकरे हैं, जो दूध देते हैं। सुनने में तो यह अटपटा जरूर लगता है, लेकिन यह सच है कि बकरा दूध देता है।
अभी तक हम यहीं सुनते और देखते आए हैं कि गाय, भैंस और बकरी के दूध देती है। लेकिन अगर आपसे कोई कहे कि बकरा भी दूध देता है, तो इस पर यकीन करना मुश्किल हो जाता हैये बकरे पूर्ण रूप से नर प्रजाति के है और प्राकृतिक रूप से इसकी शारीरिक संरचना भी नर बकरे की ही तरह है। लेकिन ये दूध देते हैं। इन बकरों के 2 थन हैं, जो सामान्य बकरियों की तरह हैं। रोजाना यह बकरे 250 एमएल तक दूध देते हैं। बुरहानपुर के मोहम्मदपुरा में इस तरह के 6-7 बकरे हैं। डॉक्टर तुषार नेमाड़े ने बताया कि राजस्थानी ब्रीड के बकरे हैं। इन्हें अच्छी डाइट की आवश्यकता होती है। इस फॉर्म में 6-7 बकरे हैं, जो दूध दे रहे हैं। डॉक्टर यह भी मानते हैं कि हार्मोंस में बदलाव की वजह से भी ऐसा होता है। हर दिन फॉर्म में रहने वाले लोगों बकरा दूध निकालते हैं।
क्यों दे रहा है दूध बकरा ?
इस पूरे मामले पर कृषि विज्ञान केंद्र बुरहानपुर के पशु वैज्ञानिक डॉक्टर अमोल देशमुख ने कहा कि हार्मोनल अनबैलेंस होने के चलते बकरे में दूध देने की क्षमता विकसित होती है। इसी वजह से ऐसा हो रहा है। वहीं, दूध की वजह से इनके मालिक खान-पान का भी खूब ख्याल रखते हैं। इलाके में जिन लोगों तक इस बकरे के बारे में जानकारी पहुंचती है कि वह इसे जरूर देखने आते हैं।