ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने ना केवल यूनाईटेड किंगडम को, बल्कि पूरे विश्व को चिंताग्रस्त कर दिया है। जिस तेजी से यह लोगों को प्रभावित कर रहा है, उसके खतरे को भांपते हुए विश्वभर में एक बार फिर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसकी आंच से पूरा विश्व झूलस सकता है, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता, लिहाजा पहली सतर्कता बरतते हुए यूके से आने वाले विमानों को प्रतिबंधित किया गया है।
इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में लॉकडाउन की संभावना से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। जॉनसन के मुताबिक, हालात पर जल्द काबू करने की कोशिशें जारी हैं। ब्रिटेन में गुरुवार को एक ही दिन में मरने वालों का आंकड़ा 574 बढ़ गया। इसके पहले यानी बुधवार को 744 संक्रमितों की मौत हुई थी। देश में अब तक कुल मिलाकर 69,625 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही कुल मामलों में भी 39 हजार से ज्यादा वृद्धि देखी गई। सरकार की दिक्कत तब और बढ़ गई जब देश में एक हफ्ते में दो नए कोविड-19 वेरिएंट देखने मिले। इन पर वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं।
देश में वैक्सीनेशन ड्राइव भी तेजी से चलाई जा रही है। अब तक 6 लाख लोगों को वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। ब्रिटेन ने यूरोप में फाइजर-बायोएनटेक को सबसे पहले मंजूरी दी थी। यहां इस महीने के शुरू में वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। सरकार का कहना है कि बहुत जल्द देश के सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में वैक्सीनेशन प्रॉसेस पूरा किया जाएगा।
क्रिसमस पर खतरा ज्यादा
यूरोपीय देश क्रिसमस पर भी सहमे नजर आ रहे हैं। ज्यादातर देशों ने प्रतिबंधों में किसी तरह की ढील नहीं दी। इटली और जर्मनी में तो लॉकडाउन रहेगा, लेकिन फ्रांस ने काफी हद तक हालात संभाले। लिहाजा, यहां के बड़े शहरों में सख्त नियमों के साथ दुकानें खोलने की मंजूरी दी गई है। अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रम्प पत्नी मेलानिया के साथ छुट्टियां मनाने अपने आलीशान रिजॉर्ट चले गए हैं। इसकी आलोचना हो रही है क्योंकि अमेरिका में संक्रमण पर काबू पाने की कोशिशें कामयाब नहीं हो पाईं हैं। ज्यादातर देशों की सरकारों ने चेतावनी जारी की है। इनका कहना है कि क्रिसमस पर लोग एक जगह न जुटें। इसकी वजह से संक्रमण ज्यादा तेजी से फैल सकता है और हालात फिर बेकाबू हो सकते हैं।