नई दिल्ली। भारतीय जनसंघ के संस्थापक, भारत के 3 बार के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का आज जन्मदिवस है, जिसे भारत में गुड गवर्नेंस डे के रूप में मनाया जाता है, इसकी शुरुआत 23 दिसंबर 2014 को अटल बिहारी वाजपेयी और पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा के साथ हुई थी।
वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, फिर 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। अपना पूरा कार्यकाल करने वाले भारत के पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे ।इनकी नीतियों और राजनितिक प्रशंसा करने वालों में विपक्षी दल भी शामिल रहते हैं।
हिंदी के कवी ,पत्रकार अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म मध्यप्रदेश कि ग्वालियर रियासत में 25 दिसम्बर 1925 को हुआ था।
वे भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वालों में से एक थे। सन 1956 में बलरामपुर, उत्तरप्रदेश में जीत हासिल कर लोकसभा तक पहुंचे।1977 में पहली बार मोरारजी देसाई की सरकार में विदेश मंत्री बने हालांकि विदेश मंत्री रहने का सफ़र सरकार के गिरने से 1979 में ख़त्म हो गया।
अटल बिहारी वाजपेयी मुख्य रूप से भारत को परमाणु संपन्न शक्ति बनाने के लिए जाने जाते है,अमेरिकी सरकार के दबाव के बीच सरकार ने 11 और 13 मई 1998 को पोखरण में पाँच भूमिगत परमाणु परीक्षण विस्फोट करके भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देश घोषित किया ।
अटल बिहारी वाजपेयी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के साथ सम्बन्ध बेहतर करने की सक्रिय कोशिश करने के लिए भी जाने जाते हैं। इनके कार्यकाल में 19 फरवरी 1999 को “सदा-ए-सरहद” नाम से दिल्ली से लाहौर तक बस सेवा शुरू की गई। इस सेवा का उद्घाटन करते हुए प्रथम यात्री के रूप में वाजपेयी जी ने पाकिस्तान की यात्रा करके नवाज़ शरीफ से मुलाकात की और आपसी संबंधों में एक नयी शुरुआत की। हालाँकि सम्बन्ध मधुर करने की ये कोशिश 1999 में हुए कारगिल युद्ध के साथ फिर से शुन्य स्तर पर आ गई।
वे जितने शांत प्रवृत्ति के माने जाते थे उतने ही बहादुर और निडर भी थे,पकिस्तान से जारी युद्ध के वक़्त जब अमेरिकी प्रेसिडेंट ने अटल सरकार को पकिस्तान की तरफ से परमाणु वार करने की खबर दी तब अटल जी ने अमेरिकी प्रेसिडेंट से कहा था कि वे भारत की थोड़ी भूमि गवाने के लिए तैयार है(परमाणु वार से ) लेकिन कल का सूरज पकिस्तान नहीं देख पाएगा।
अगर छत्तीसगढ़ राज्य से इनका संबंध देखें तो मध्यप्रदेश राज्य से अलग राज्य छत्तीसगढ़ बनाने में इनकी भूमिका अहम रही ।
आपको बता दें कि सन 2000 में भारत में 3 नए राज्यों का गठन हुआ जिसमे छत्तीसगढ़ (मध्यप्रदेश से अलग हुआ ), उतराखण्ड( उत्तरप्रदेश से अलग हुया), झारखण्ड (बिहार से अलग हुआ ) शामिल थे।
बिना किसी बाधा से बने 3 राज्यों के गठन के लिए अटल सरकार की प्रशंसा करने वालों में विरोधी दल भी शामिल थे।
17 अगस्त 2014 को शाम 05:05 बजे खरब स्वास्थ्य के कारण उनकी मृत्यु एम्स मे हुई ।