ब्रिटेन के बाद फ्रांस में कोविड-19 वायरस के नए वेरिएंट की दस्तक से सरकार के कान खड़े हो गए हैं। फ्रांस ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पहला मामला दर्ज किया है। कोरोना वायरस की इस नई लहर से यूरो क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर संकट खड़ा हो गया है। एक फ्रांसीसी नागरिक जो लंदन की यात्रा से वापस आया है, उसमें कोरोना वायरस के नए संस्करण की पुष्टि हुई है। फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है।
मंत्रालय का कहना है कि उक्त नागरिक में कोविड-19 वायरस के नए वेरिएंट की पहचान की गई है। मंत्रालय ने कहा कि फ्रांस में नए वेरिएंट का पहला केस टूर्स शहर में पाया गया है। संक्रमित व्यक्ति 19 दिसंबर को लंदन से आया था। हालांकि, संक्रमित की हालत ठीक है। वायरस संक्रमित रोगी अच्छा महसूस कर रहा है। इस बीच फ्रांस में 24 घंटों में कोरोना वायरस के 20,262 के नए मामलों की पुष्टि की है। पिछले 24 घंटों में अस्पतालों में 159 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में अब तक कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 2,547,771 हो चुकी है। देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 62,427 पहुंच गई है।
ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर दुनियाभर में चिंता बढ़ती जा रही है। इसके चलते कई देशों ने ब्रिटेन की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। दुनिया के करीब 40 से ज्यादा देशों ने ब्रिटेन से किसी के आने पर रोक लगा दी है। इस बीच यूरोपीय संघ एक कॉमन पॉलिसी बनाने पर बातचीत चल रही है। डेनमार्क में भी वेरिएंट का मामला भी सामने आया है। इसके बाद स्वीडन ने डेनमार्क से यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। वायरस का यह नया वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है। हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि नया वेरिएंट ज्यादा घातक है।