चाइनीज शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक (TikTok) पर प्रतिबंध लगे छह महीने पूरे होने जा रहे हैं। अचानक से TikTok पर बैन लगने के बाद रातों-रात लाखों लोग बेरोजगार हो गई थे। 29 जून 2020 को भारत सरकार ने टिकटॉक समेत 59 एप्स पर प्रतिबंध लगाया था। 29 जून 2020 को इतिहास में याद किया जाएगा, क्योंकि भारत सरकार की ओर से की जाने वाली यह पहली स्ट्राइक है। TikTok पर बैन लगने के बाद ऐसे टिकटॉक स्टार की कमाई एकदम से खत्म हो गई जिनके लाखों-करोड़ों फॉलोअर्स थे और पेड पार्टनरशिप में उनकी मोटी कमाई हो रही थी। अब छह महीने बाद टिकटॉक स्टार्स की जिंदगी कैसे कट रही है। आइए समझते हैं…
गूगल की नौकरी छोड़ बनीं टिकटॉक स्टार :
शिवानी कपिला दो साल से टिकटॉक इस्तेमाल कर रही थीं। उन्होंने गूगल में एचआर की नौकरी को छोड़कर टिकटॉक पर फुल टाइम वीडियो बनाना शुरू किया था। शिवानी ने एचटी को बताया कि जब उन्हें टिकटॉक पर बैन खबर मिली तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। शिवानी को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब उन्होंने अपने डांस का वीडियो टिकटॉक पर अपलोड करना चाहा और एप ने काम करना बंद कर दिया। शिवानी का कहना है कि एक झटके में उनकी दो साल की कड़ी मेहनत, इंवेस्टमेंट सबकुछ एक झटके में बर्बाद हो गया। शिवानी अब देसी एप Moj पर अपने वीडियो अपलोड कर रही हैं, हालांकि शिवानी का दावा है कि जो मजा टिकटॉक में था वह Moj में नहीं है।
दो महीने में 13 लाख सब्सक्राइबर्स पाने वाले महेश की कहानी
महेश कापसे (Mahesh Kapse) ने अपनी शानदार पेंटिंग्स की बदौलत महज दो महीने में 13 लाख सब्सक्राइबर्स हासिल किए थे, लेकिन टिकटॉक पर बैन लगने के कारण उन्हें अपने इन लाखों सब्सक्राइबर्स का साथ छोड़ना पड़ा। महेश के मुताबिक वे अब अपने इस टैलेंट का वीडियो देसी शॉर्ट वीडियो एप पर अपलोड कर रहे हैं। कापसे ने अब MX Takatak ज्वाइन कर लिया है लेकिन उनका कहना है कि यह एप भी ठीक है लेकिन टिकटॉक जैसा नहीं है। टिकटॉक एप में वायरल होने की जो क्षमता थी, वह किसी भी भारतीय एप में नहीं है।
भारत सरकार द्वारा चीन के खिलाफ एक्शन उठाए जाने के लिए साल 2020 याद किया जाएगा। इतिहास में यह पहला मौका होगा जब भारत सरकार ने चीन से संबंधित 250 से अधिक एप्स पर प्रतिबंध लगाए हैं। चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लगाने की शुरुआत लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक से हुई थी। भारत सरकार ने 29 जून 2020 को पहली डिजिटल स्ट्राइक करते हुए 59 एप्स पर प्रतिबंध लगाया था। उसके बाद क्रमशः 47, 118 और 43 एप्स पर बैन लगाए गए। सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन सभी एप्स पर बैन लगाया है। ऐसे में भारत में साल 2020 में कुल 267 एप्स पर प्रतिबंध लग चुका है।