बिलासपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्रीन पार्क कालोनी में बीते 15 दिसंबर की शाम को घर में घुसकर की गई सनसनीखेज लूट का खुलासा हो गया है। मामले में मकान मालिक के कपड़ा दुकान में काम करने वाला पुराना नौकर ही वारदात का मास्टर माइंड निकला। आरोपियों से पुलिस ने 10 लाख रुपए कीमत का सोने चांदी के जेवरात के साथ नगद और घर के सामान बरामद किया है।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया, कि थाना सिविल लाइन अंतर्गत ग्रीन पार्क कालोनी के मकान में बीते 15 दिसंबर की रात करीबन सवा सात बजे 25-30 साल के दो युवक ग्रीन पार्क कालोनी निवासी प्रार्थी विनोद आडवानी के घर में घुस आए। घर में मौजूद विनोद आडवानी की मां पार्वती का मुंह बांध कर उनके पहने हुए गहने सोने का कंगन , सोने का माला , कान का बाली के साथ अलमारी के रखे सोने – चांदी के गहने और नगद रकम को लेकर फरार हो गए।
पॉश कालोनी में हुई दिलदहला देने वाली लूट की वारदात को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, एएसपी शहर उमेश कश्यप, सीएसपी आरएन यादव और सिविल लाइन थाना प्रभारी शनिप रात्रे समेत पुलिस की टीम ग्रीनपार्क कालोनी जाकर घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर प्रार्थी एवं घर वालों से प्रारंभिक पूछताछ किया।
एसपी प्रशांत कुमार अग्रवाल ने बताया कि ग्रीन पार्क स्थित मनोहर आडवाणी के घर में घुसकर महिला को घायल कर लूट करने वाले आरोपी को पुलिस की 8 टीम ने लगातार 10 दिनों की मेहनत के बाद पकड़ने में सफलता हासिल की है, लूट की घटना को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि पुराना नौकर निकला। दरअसल आरोपी रवि भोसले पुराना हाईकोर्ट के पीछे अटल आवास में निवासरत है और कुछ सालों पहले आर आर कलेक्शन में काम करता था, काम के दौरान मालिकों द्वारा भेजे जाने पर आरोपी ग्रीन पार्क स्थित घर में आना जाना करता था, जिससे घर के बारे में उसे सबकुछ पता था।
तकरीबन 1 साल पहले कुछ विवाद की वजह से रवि ने काम छोड़ दिया था, लेकिन कुछ दिनों पहले अपने पुराने मित्र दीपक यादव के साथ मिलकर अपने मालिक के घर की रेकी कर लूट की योजना बनाई और 15 दिसंबर को शाम करीब 7:00 बजे मनोहर आडवाणी के घर में घुसकर महिला को घायल कर लूट की घटना को अंजाम दिया।
टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर संदेही युवक टिकरापारा निवासी रवि भोषले और उसके साथी देवनगर, कोनी थाना निवासी दीपक यादव को पकड़कर पूछताछ करने पर उन्होंने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
बिलासपुर पुलिस ने 10 दिन के अथक मेहनत से आरोपियों तक पहुंचने में कामयाबी रही। टीम की प्रशांसा करते हुये आईजी दीपांशु काबरा ने टीम के लिए 20000 हजार रुपए और एसपी प्रशांत अग्रवाल ने 10000 हजार रुपए नगद ईनाम देने की घोषणा की। इसके अलावा डीजीपी डीएम अवस्थी ने पुलिस टीम के लिए अलग से 50 हजार रुपए ईनाम की घोषणा की।