नई दिल्ली। कोरोना के नए स्ट्रेन के बढ़ते मामलों की वजह से भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट सिडनी की बजाय मेलबर्न में ही खेला जा सकता है। कोरोना की वजह से न्यू साउथ वेल्स सरकार ने बॉर्डर सील कर दिए हैं। ऐसे में टीमों के सिडनी पहुंचने पर कोरोना प्रोटोकॉल परेशानी का सबब बन सकते हैं। दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट 7 जनवरी से खेला जाना है।
वहीं, सिडनी में क्वारैंटाइन रोहित शर्मा बुधवार को मेलबर्न शिफ्ट किए जाएंगे। वे ओपनर के तौर पर तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया में शामिल हो सकते हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) के सूत्र ने सोमवार को कहा, ‘रोहित 30 दिसंबर टीम इंडिया के बायो-बबल में शिफ्ट होंगे। सिडनी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेलबर्न में ही तीसरे टेस्ट को कराने को लेकर सहमति बन चुकी है। जल्द ही इसपर अंतिम फैसला लिया जाएगा।’
सिडनी में टेस्ट हुआ, तो चौथे टेस्ट पर संकट
न्यू साउथ वेल्स की राजधानी सिडनी से सटे सभी इलाकों ने अपने-अपने बॉर्डर सील कर दिए हैं। ऐसे में अगर मैच सिडनी में हुआ, तो ब्रिस्बेन (क्वींसलैंड) में 15 जनवरी से होने वाले चौथे टेस्ट पर तलवार लटक जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि क्वींसलैंड सरकार ने सिडनी से आने वाले लोगों के लिए कड़े प्रोटोकॉल लागू किए हैं।
क्वींसलैंड सरकार ने सिडनी से आए मुसाफिरों को सीधे 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन करने के आदेश दिए हैं। इसलिए सिडनी टेस्ट को शिफ्ट कर मेलबर्न में कराए जाने पर विचार हो रहा है। सावधानी के तौर पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अंतरिम CEO निक हॉकले ने भी 24 दिसंबर को MCG को स्टैंडबाई के रूप में तैयार रहने कहा था।
MCG के अध्यक्ष तीसरे टेस्ट के लिए तैयार
वहीं, मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) के अध्यक्ष स्टुअर्ट फॉक्स ने शनिवार को कहा था कि हम तीसरे टेस्ट के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें यह अच्छा लगेगा। हम चाहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट के लिए जो सबसे अच्छा हो, हम उसपर अमल करें। अगर यह तय होता है कि मेलबर्न ही तीसरा टेस्ट होस्ट करेगा, तो हम सरकार को तुरंत अपना प्लान सौंप देंगे। हमने इसके लिए दर्शकों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया है। बॉक्सिंग डे टेस्ट खत्म होने तक तीसरे टेस्ट पर निर्णय ले लिया जाएगा।’
न्यू साउथ वेल्स से विक्टोरिया शिफ्ट होने के नियम
- विदेशी नागरिक, जो न्यू साउथ वेल्स में होटल क्वारैंटाइन हैं। तो उन्हें इन परिस्थितियों में विक्टोरिया में क्वारैंटाइन नहीं किया जाएगा-
- अगर वे होटल से रिलीज किए जाने के बाद सीधे एयरपोर्ट जाते हैं।
- फ्लाइट के डिपार्चर तक एयरपोर्ट या आसपास कहीं घूमते नहीं हैं।
- फ्लाइट में और मेलबर्न एयरपोर्ट से निकलकर अपने डेस्टिनेशन पहुंचने तक मास्क पहने रहते हैं।
- अगर इन सभी कंडिशन पर खरे उतरते हैं, तो उस विदेशी नागरिक को विक्टोरिया में क्वारैंटाइन नहीं रहना पड़ेगा। मेलबर्न पहुंचकर नागरिक को ऑथराइज्ड ऑफिसर को अपना ट्रेवल डिटेल और न्यूसाउथ वेल्स में क्वारैंटाइन पीरियड की सारी डिटेल देनी पड़ेगी। साथ ही विक्टोरिया में अपने रुकने के स्थान के बारे में भी बताना होगा।
- न्यू साउथ वेल्स में अगर कोई ग्रीन जोन से रहकर आ रहा है। तो उसे विक्टोरियन गवर्नमेंट से बॉर्डर क्रॉसिंग परमिट की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद उसे मॉनिटर किया जाएगा। कोरोना के लक्षण दिखने पर उसका कोरोना टेस्ट किया जाएगा और सेल्फ आइसोलेट होना पड़ेगा।
- अगर न्यूसाउथ वेल्स में विदेशी नागरिक ने 11 दिसंबर के बाद से नॉर्दर्न बीच या एक्सपोजर साइट्स, ग्रेटर सिडनी और सेंट्रल कोस्ट विजिट किया है, तो वह विक्टोरिया नहीं आ सकता है। प्रोटोकॉल तोड़ने पर उसपर फाइन और 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा।