डैस्क : लोगों को शारीरिक तौर पर फिट रखने के लिए जुमबा डांस का आयोजन हेल्थ एंड वेलनेस सेटर माना बस्ती में किया गया। लोगों ने संगीत की थाप पर डांसकर कैलोरीज को घटाने का प्रयास किया। संगीत की थाप पर थिरके हेल्थ एंड वेलनेस में मौजूद माहिलाएं बच्चे और बुजुर्ग जमकर इसमें शिरकत की और स्वस्थ रहने के लिए वेलनेस के रूप में जुमबा डांस को पसंद भी किया।
जिला स्वास्थ्य विभाग में सहायक चिकित्सा अधिकारी डीएस परिहार ने बताया कि सीएमएचओ डा. मीरा बघेल के मार्गदर्शन में नियमित रूप से जुमबा डांस आयोजित किया जाएगा। यह एक एरोबिक्स डांस फॉर्म है, जो साउथ अफ्रीकी धुन पर बना है। डांस करते वक्त उछलना कूदना होता है। जिसके कारण फेफड़े तेज गति से काम करने लगते हैं और कैलोरी घटने लगती है। हार्ट डिजीज, ओबेसिटी, थायराइड आदि बीमारियों के होने की संभावनाएं भी कम हो जाती है।
जुमबा डांस से वजन घटने के साथ-साथ चेहरे पर भी निखार आता है। उन्होंने बताया कि लगभग 300 से 500 कैलोरीज तक को एक्सरसाइज घटाने में मदद करता है। वर्कआउट रूटीन की तरह ब्लड प्रेशर ठीक करता है। जुमबा डांस शरीर को सुडौल बनाता है। इस डांस में तरह- तरह के शरीर को घुमाव देने से भी कैलोरीज जलती होती है। यह एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसके जरिए खुद को फिट और फ्रेश रख सकते हैं। ज्यादातर लोग खुद को चुस्त- दुरुस्त रखने के लिए कठिन परिश्रम करते हैं। घर पर भी जुमबा करने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह डांस शरीर को सुंदरता प्रदान करता है और मूड को भी अच्छा रखता है।
जुमबा डांस के लाभ
परिहार ने बताया कि जुमबा डांस करने से वज़न कम होता है। जुमबा डांस की एक क्लास करने से लगभग 400 से 600 कैलोरी जलती हैं। यह डांस करने से शरीर की मसल्स फ्लैक्सिबल होती हैं। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने में जुमबा डांस एक्सरसाइज लाभकारी होती है। इसके अतिरिक्त तेजी से वजन घटाना, फेफड़े का मजबूत होना, थायराइड जैसी बीमारियों से बचाव, आंखों के डार्क सर्कल्स से छुटकारा भी मिलता है। उक्त कार्यक्रम में मानव बस्ती के महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता महेश्वर साहू एवं बलविंदर नवरंगी सहित मितानिन मीरा बस पूनम निर्मलकर लता पटेल आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डा. गीता राजपूत उनकी स्टाफ सहित समस्त मितानिन एवं आंगनबाडी कार्यकर्ता उपस्थित थे।