बिलासपुर पुलिस ने एटीएम से छेड़छाड़ कर पैसे निकालने वाले गिरोह को दबोचा है। पुलिस ने सभी आरोपियों को फर्जीवाड़ा करते पकड़ा है। टिकरापारा में रहने वाले विरल दामानी ने 28 दिसंबर को सरकंडा थाने में रिपोर्ट कर शिव घाट सरकंडा के पास स्थित स्टेट बैंक के एटीएम से छेड़छाड़ कर अज्ञात लोगों के 29000 पार करने की सूचना दर्ज कराई थी। विरल दमानी ने बताया कि वह पीएसआई आई लिमिटेड में सीनियर एग्जीक्यूटिव के पद पर काम करता है। उसकी कंपनी छत्तीसगढ़ में एटीएम लगाने और उसकी देखरेख के साथ मरम्मत का काम करती है। 26 दिसंबर को उन्होंने पाया कि शिव घाट एसबीआई के एटीएम में छेड़छाड़ कर लगभग 29000 की रकम अज्ञात लोगों ने निकाली है। इसलिए वह इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराने पहुंचा है।
इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि राजकिशोर नगर एटीएम के पास दिल्ली पासिंग की गाड़ी में चार लोग बैठे हैं जो एटीएम में छेड़छाड़ के संदिग्ध दिखाई दे रहे हैं। इस पर थाना प्रभारी जेपी गुप्ता बल ले कर तुरंत वहां पहुंचे और उन संदिग्ध लोगों की तलाशी ली। तलाशी में उनके पास से अलग-अलग बैंकों के 12 एटीएम 4 मोबाइल के साथ पुलिस और मीडिया का फर्जी आईकार्ड बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया और उन्होंने पुलिस को इस बात की पूरी जानकारी दे दी कि वह किस तरह अपनी वारदात को शातिराना ढंग से अंजाम दिया करते थे। इन चारों आरोपियों अजीत कुमार पिता विनय बहादुर कानपुर, आदेश कुशवाहा पिता रघुवीर कुशवाहा जालौन अंकित निषाद पिता अनिरुद्ध निषाद हमीरपुर और बाबूजी निषाद पिता अल्लू निषाद जालौन को गिरफ्तार कर जे भेज दिया गया है।