घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को काफी अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिला और प्रमुख सूचकांक लगभग सपाट अंतर के साथ बंद हुए। BSE Sensex पांच अंक यानी 0.01 फीसद की मामूली बढ़त के साथ 47,751.33 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह NSE Nifty 13,981.75 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले दिसंबर F&O एक्सपायरी सीरीज के अंतिम दिन निफ्टी ने पहली बार 14,000 अंक का आंकड़ा छूआ और ऊपर में 14,024.85 अंक के स्तर तक गया। हालांकि, बाद में मुनाफावसूली के दबाव के कारण उसमें थोड़ा करेक्शन देखने को मिला।
इसी तरह BSE Sensex ने दिन के कारोबार के दौरान पहली बार 47,896.97 अंक के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छूआ लेकिन बाद में उसमें थोड़ी गिरावट देखने को मिली। दिसंबर महीने में Sensex में आठ फीसद की बढ़त देखने को मिली और उसने 44,000 अंक के स्तर से लेकर 47,800 अंक के स्तर को छू लिया।
Sensex पर गुरुवार को HDFC के शेयरों में सबसे ज्यादा 1.65 फीसद की बढ़त देखने को मिली। इसी तरह सन फार्मा के शेयरों में 1.41 फीसद की तेजी दर्ज की गई। इनके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, एशियन पेंट, इन्फोसिस, डॉक्टर रेड्डीज, टाइटन, एचसीएल टेक, मारुति, एचडीएफसी बैंक और एनटीपीसी के शेयर हरे निशान के साथ बंद हुए।
दूसरी ओर, टीसीएस के शेयरों में सबसे ज्यादा 1.33 फीसद की गिरावट देखने को मिली। वहीं, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा, आईटीसी, एसबीआई, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनजर्व, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, रिलायंस, इंडसइंड बैंक, बजाज ऑटो, लार्सन एंड टुब्रो, पावरग्रिड, नेस्ले इंडिया, ओएनजीसी और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने बताया कि स्थिर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। उन्होंने कहा कि कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रियल एस्टेट, हेल्थेकयेर सेक्टर्स में अच्छी-खासी बढ़त देखने को मिली।
उन्होंने कहा कि निवेशकों की नजर वाहनों की बिक्री के आंकड़े और पीएमआई डेटा पर होगा क्योंकि इससे इकोनॉमिक रिकवरी को लेकर बेहतर अनुमान लगाने में मदद मिलेगी। मिश्रा के मुताबिक आने वाले समय में घरेलू बाजारों में वैश्विक संकतों के आधार पर हलचल देखने को मिलेगी।